अजमेर। ‘जहां चाह, वहां राह’ हमारे समाज की यह कहावत मुण्डोती गांव पर पूरी तरह सटीक बैठती है। गांव के लोगों ने अपने जीवन स्तर में सुधार और गांव की दशा व दिशा बदलने का फैसला किया, उनके इस निर्णय में प्रशासन और विभिन्न संस्थाएं भागीदार बने।
इस जज्बे का शानदार परिणाम सामने आया है। किशनगढ़ उपखण्ड का मुण्डोती गांव अब पूरे देश में पहचाना जाएगा। मुण्डोती में स्वच्छता से जुड़े हुए विभिन्न विकास कार्यों और नवाचारों को देखते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जिले का चयन उन्नत भारत अभियान के तहत देश के शीर्ष पांच जिलों में किया है।
इस विशिष्ट उपलब्धि पर जिला कलक्टर गौरव गोयल को गुरूवार को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सम्मानित किया।
जिला कलक्टर गौरव गोयल ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे उन्नत भारत अभियान के तहत मुण्डोती गांव को चयनित कर विभिन्न कार्य करवाए गए। गांव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया। गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र पर सैनेट्री नैपकिन वैण्डिंग मशीन लगाई गई।
गांव में सभी आम रास्तों पर गंदे पानी की निकासी के लिए नालियों का निर्माण, मॉडल तालाब का निर्माण एवं चारागाह से अतिक्रमण हटाकर वृक्षारोपण करवाया गया। गांव के विभिन्न समूहों ने जिला प्रशासन सहित विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर लगातार सफाई का अभियान चलाया।
इन कामों का आकलन करने के बाद पिछले दिनों देश भर से 28 जिलों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय में 7 सदस्यीय समिति के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस रिपोर्ट के आधार पर अजमेर जिले के काम को देश के शीर्ष पांच जिलों में चुना गया।
उन्होंने बताया कि गांव को आदर्श रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां जिला प्रशासन, जिला परिषद, स्वच्छ भारत मिशन, केन्द्रीय विश्वविद्यालय अजमेर, मुण्डोती ग्राम पंचायत, एसडब्ल्यूआरसी तिलोनिया एवं स्थानीय यूथ क्लब के माध्यम से विभिन्न गतिविधियां संचालित की गई। इसके तहत गांव में सभी नागरिकों को एकत्र कर संकल्प सभा का आयोजन किया गया।
गांव में 273 नए शौचालयों का निर्माण कर गांव को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया। गांव के विकास के लिए विकास कमेटियों तथा निगरानी दल गठित कर कार्य शुरू किए गए। घर-घर कचरा संग्रहण के साथ ही प्रत्येक घर पर जागरूकता के लिए अभियान को आगे बढ़ाया गया।
सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के शिक्षकों एवं अधिकारियों ने गांव में प्रचार-प्रसार गतिविधियों तथा बिहेवियर चेंज कैम्पेन चलाकर लक्ष्य अर्जित करने की दिशा में कदम बढ़ाए गए। ग्रामीणों ने भी इसमें पूरा सहयोग दिया और खुले में शौच को अलविदा कह दिया। लिक्विड वैस्ट मैनेजमेंट के तहत छोट-छोटे गड्डे खोदकर मामूली बजट से सोक पिट निर्माण कराए गए। कचरा पात्र सभी जगह रखवाए गए।
घर-घर कचरा एकत्र करने के लिए दो साईकिल रिक्शों की व्यवस्था की जाकर घर-घर कचरा एकत्र किया जा रहा है। इस सफाई अभियान में पूरे गांव ने साथ दिया। गांव में चल रहे इन कामों की प्लानिंग और मॉनिटरिंग के लिए प्रत्येक गुरूवार को बैठक आयोजित की जाती है। इसी तरह प्रत्येक रविवार को गांव में सफाई अभियान चलाया जाता है।
जिला कलक्टर ने बताया कि गांव की 50 बीघा चारागाह जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कर एक नई पहल की गई है। यहां गांव का प्रत्येक परिवार अपने पूर्वजों की याद में पौधारोपण कर रहा है। गांव के तालाब को मॉडल तालाब बनाने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया गया।
गांव के सशक्तिकरण के लिए यहां मुण्डोती स्मृति उद्यान, मुण्डोती ग्रामीण युवक मण्डल और विलेज डवलपमेन्ट कमेटी का गठन किया गया है। मुण्डोती गांव में आम रास्ते की दीवारों पर आकर्षक पैन्टिंग करवाई गई है साथ ही यहां दीवारों पर जागरूकता संदेश भी लिखवाए जाएंगे।