लखनऊ। उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने रविवार को मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में पुलिस की के साथ तलाशी अभियान चलाया है। एटीएस ने जनपद मुजफ्फरनगर के कुटेसेरा से एक बांग्लादेशी आतंकी को गिरफ्तार किया है।
पकड़ा गया आतंकी भी देवबंद के एक मदरसे का पूर्व छात्र बताया जा रहा है, जो 6 साल से भारत में फर्जी आधार कार्ड और पासपोर्ट बनाकर रह रहा था। पकड़ा गया संदिग्ध आतंकी आंतिकियों को आासरा देता था और उनके लिए फर्जी कागजात तैयार कराना भी इसका काम था। इसके अलावा एटीएस ने देवबंद से करीब 3 लोगों को हिरासत में लिया है जिन से पूछताछ जारी है।
रविवार को यूपी एटीएस के एडिशलन एसपी बृजेंश श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम ने पुलिस के साथ पश्चिम यूपी के तीन जनपदों सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली में गिरफ्तारी और तलाशी अभियान चलाया।
इस अभियान में एटीएस ने आंतकी गतिविधियों की संलिप्तता के आधार पर जनपद मुजफ्फरनगर के कुटेसरा से अब्दुल्लाह अल मामून पुत्र रहीसुद्दीन अहमद निवासी जनपद मोमिन शाही देश बांदलादेश को गिरफ्तार किया है।
आरंभिक पूछताछ में संदिग्ध आतंकी ने बताया कि वह वर्ष 2011 से देवबंद में रहकर बंग्लादेश के आतंकियों के लिए फर्जी आईडी से पासपोर्ट बनवाता था। इसमें बांग्लदेश निवासी फैजान सहयोग करता है, जो इन दिनों देवबंद में ही रह कर आतंकी गतिविधि से जुड़ा है। उसकी तलाश की जा रही है।
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि अब्दुल्लाह बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी ग्रुप अंसारुल्ला बांग्ला टीम से जुड़ा है। अब्दुल्लाह देवबंद में आतंकियों को सुरक्षित आश्रय भी देता है। वह खुद यहां फर्जी आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवाकर रह रहा था। पुलिस ने पकड़े गए बांग्लादेशी आतंकी से फर्जी आधार, पासपोर्ट, 13 आईडी, चार मुहर प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, तहसीलदार व निर्वाचन कार्यलय की मुहर भी बरामद की हैं।
एटीएस ने देबवंद में भी रविवार सुबह पांच बजे एक कालोनी में भी छापा कार्रवाई की है। एटीएस की टीम ने देवबंद से तीन संदिग्ध युवकों को भी हिरासत में लिया है। इनमें से दो युवक कश्मीर के बताए जा रहे हैं और एक बिहार का है।
यूपी एटीएएस के आईजी असमी अरुण ने बताया कि देवबंद में तलाशी, बम बनाने की विधि का साहित्य, कलर प्रिंटर बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अब्दुल्ला ने पूछताछ में एटीएस को बताया कि वह नकली आईडी फैजान की मदद से बनाता है, जिस पर देवबंद में फैजान के किराए के कमरे पर दबिश दी गई, लेकिन वह वहां नहीं मिला।
कमरे की तलाशी में बांग्ला भाषा में जेहादी साहित्य, बम बनाने की विधि का साहित्य, कलर प्रिंटर, कई नकली आईडी मिले हैं। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हुआ है कि फैजान भी बांग्लादेशी आतंकी है और ‘अंसारुल्ला बांग्ला टीम’ से जुड़ा है।