लखनऊ। आईएस के मॉड्यूल का मास्टरमाइंड गौस मोहम्मद (जीएम खान) को उत्तर प्रदेश आंतकवाद निरोधक की टीम ने गुरुवार को धर दबोचा। उसके साथ अजहर भी पकड़ा गया है।
पकड़ा गया मास्टर माइन्ड एअरफोर्स से रिटायर्ड है और आईएस की तर्ज पर आंतक की फौज बना रहा था। एडीजी एण्ड लॉ दलजीत चौधरी ने बताया कि सैफुल्ला एनकाउंटर के बाद यूपी एटीएस मड्यूल के छह सदस्यों को विभिन्न जनपदों से गिरफ्तार किया।
लैपटॉप व पूछताछ पर मास्टर माइन्ड गौस खान उर्फ जीएम खान का नाम सामने आया। जिसकी तलाश के लिए एटीएस ने मुखबिर तंत्र सक्रिय कर एटीएस जीएम खान की तलाश में जुट गई।
टीम ने लखनऊ, इटावा, कन्नौज, कानपुर समेत आसपास जिलों में छापेमारी कर रही थी। तभी कानपुर के रहमानी मार्केट में गौस खान की लोकेशन मिली और एटीएस ने उसे धर दबोचा। उसके साथ अजहर भी एटीएस के हत्थे चढ़ा है।
बताया जा रहा है कि पकड़ा गया मास्टरमाइंड सन 1978 से 93 तक इण्डियन एयरफोर्स में एअरमैन के पद पर तैनात था। इंटरनेट में दबिक पढ़ कर खुद को आंतक का रास्ता अपनाया था। सिमी हुजी व लश्कर की तर्ज पर वह भारत में आंतक की फौज खड़ा करना चाहता था।
जांच में वह उज्जैन पैसेंजर ब्लास्ट का मुख्य आरोपी है। उसके बाद से वह अपने साथी अजहर के साथ फरार चल रहा था।
ब्लास्ट मामले में मध्य प्रदेश के पिपरिया में चलती बस से कानपुर निवासी दानिश अख्तर उर्फ जफर, आतिश और अलीगढ़ निवासी सैयद मीर हुसैन को पकड़ा गया था। इनके पास ट्रेन के टिकट और ब्लास्ट के वीडियो मिले हैं। वहीं इस गिरोह का सदस्य आतिफ की पकड़े जाने की बात प्रकाश में आ रही है।