इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जग मोहन यादव ने भी स्वीकार किया है कि उत्तर प्रदेश में गुंडाराज कायम है। उनकी राय में इस गुंडाराज व अराजकता से प्रदेश का आम आदमी परेशान है।
इलाहाबाद पुलिस लाइन में आज मीडिया से मुखातिब जग मोहन यादव ने कहा कि अब अपराध पर नियंत्रण जरूरी है। हमारा प्रयास है कि अराजक तत्वों के खिलाफ सख्ती से मुकदमा पंजीकृत हो और पुलिस की भूमिका निष्पक्ष हो।
गुंडागर्दी से जनता परेशान है और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त व कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली बदलने, कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अब लापरवाही न करने की बात दोहराई।
यादव ने कहा कि प्रदेश के किसी भी जेल से अपराध संचालित न हो इसके लिए भी कार्ययोजना तैयार की जा रही है और अब ऐसे लोगों को चिंहित कर दूसरे जेलों में स्थानांतरित किया जाएगा।
मॉर्डन कंट्रोल रूम से जुड़े वाहनों में लाल-नीली बत्ती लगाने के लिए टेंडर न करने पर डीजीपी ने कहा यदि इसमें या किसी अन्य मामले में भ्रष्टाचार किया जा रहा है तो उसकी जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर धार्मिक हिंसा फैलाने वाले, गंभीर अपराधों की विवेचना तेजी से करने और बवाल के दौरान पुलिस के नरम रुख पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा मोबाइल को हथियार बनाया जाना चाहिए। सबूत रहने पर किसी के दबाव में काम नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट का आदेश आया है कि अब किसी भी स्थान पर पब्लिक प्रापर्टी को नुकसान पहुंचाने वालों से ही हर्जाना और जुर्माना वसूल किया जाएगा। इसे लागू करने में कठिनाई हो रही है, पर जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। सूबे में कानून का राज हो। इसको दोहराते हुए डीजीपी ने पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण कराने का दावा किया।
डीजीपी इलाहाबाद कचहरी में अधिवक्ता नबी अहमद के हत्यारोपी जेल में बंद दारोगा से जुड़े सवाल पर कन्नी काट गए। जब उनसे पूछा गया कि दारोगा शैलेन्द्र पर आरोप जल्द ही आरोप तय होना है और कोई भी वकील पैरवी करने के लिए नहीं आया तो इसको नीतिगत बताते हुए आइजी व एसएसपी स्तर का मामला होने की बात कही। इससे पहले उन्होंने जोन के आइजी, डीआइजी, एसएसपी व एसपी के साथ कानून-व्यवस्था समेत कई मुद्दों को लेकर बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
प्रदेश की जेलों से पनप रहे अपराधों पर काबू पाने के लिए सतत प्रयास किया जा रहा है उसकी कमेटी गठित करके संगिठ अपराधियों की रैकी की जा रहा है और लगातार सभी जिलों के पुलिस अधिकारी इस अभियान में लगे हुए है और समय आते ही ऐसे अपराधों पर काबू पाने में काफी अच्छी कामयाबी पुलिस के हाथ रहेंगी।
एक सवाल का जबाब देते हुए डीजीपी ने कहा कि थाने के लाकप के अन्दर जो वारदातें हो रही है उसमें लगे कैमरे पुलिस के लिए सहयोगी सबित होंगे और कुछ ऐसे लोग है जो लाकप के अन्दर कार्रवाई से बचने के लिए नाटक कर रहें है।
अमिताभ ठाकुर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है जैसा भी दोष सामने आयेगा, निष्पक्ष कार्रवाई की जायेगी। इसी के साथ उन्होंने कहा कि पीडि़त का तत्काल मुकदमा दर्ज किया जाय और जांच के साथ ही विधिक कार्रवाई की जाय। इसके लिए प्रदेश के सभी जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया है।