लखनऊ। उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार ने यूपी में पुलिस महकमे में 40,000 सिपाहियों और 2500 दरोगाओं की सीधी भर्ती की राह खुल गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर गृह विभाग ने इसका प्रस्ताव मंजूर कर भर्ती बोर्ड भेज दिया है।
प्रदेश में चल रही 41610 सिपाहियों की सीधी भर्ती का परीक्षाफल घोषित होने के बाद नई भर्तियों का विज्ञापन भर्ती बोर्ड जारी कर देगा। माना जा रहा है फरवरी माह में यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
गृह विभाग के सूत्रों के मुताबिक, चालीस हजार सिपाहियों व ढाई हजार दरोगाओं की सीधी भर्ती के लिए डीजीपी मुख्यालय द्वारा भेजे गये प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई है। सूबे के पुलिस महकमे में सिपाहियों की खासी कमी थी, जिसे दूर करने के लिए राज्य सरकार ने प्रत्येक साल चालीस हजार सिपाहियों को चरणबद्ध तरीके से भर्ती किये जाने की घोषणा की थी।
वर्ष 2013 में प्रदेश सरकार ने अपनी घोषणा को अमली जामा पहनाते हुए 41610 सिपाहियों की सीधी भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी, जो अब अंतिम परिणाम आने के दौर तक पहुंच चुकी है।
इस परीक्षा में यूपी व आसपास के प्रदेशों के साढ़े 18 लाख युवाओं ने हिस्सा लिया था। माना जा रहा है कि इन सिपाहियों की मुख्य लिखित परीक्षा का परिणाम फरवरी माह तक आ जाएगा, जिसके बाद भर्ती बोर्ड चालीस हजार सिपाहियों और ढाई हजार दरोगाओं की भर्ती के लिए नया विज्ञापन जारी कर देगा।
भर्तियों के दोनों चरण पूरे होने के बाद प्रदेश पुलिस को करीब अस्सी हजार सिपाही मिल जाएंगे, जिससे पुलिस महकमे में चल रही सिपाहियों की भारी कमी को दूर किया जा सकेगा। मालूम हो कि इससे पहले वर्ष 2008 में बसपा सरकार के कार्यकाल में करीब 35 हजार सिपाहियों की भर्ती हुई थी। इसके बाद करीब चार साल तक भर्तियां बंद रहीं।