वाशिंगटन। अमरीका के भारतीय इंजीनियर की हत्या के बाद वाशिंगटन प्रांत में शुक्रवार की रात एक सिख व्यक्ति पर गोली चलाई गई। इस हमले में वह घायल हो गया। गोली उसके हाथ में लगी थी। पीड़ित को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
सिएटल पुलिस हमलावर की तलाश कर रही है। समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार गोलीबारी की वारदात सिएटल से करीब 15 मील की दूरी पर स्थित केंट शहर में हुई। हमलावर ने सिख व्यक्ति को अमरीका छोड़कर चले जाने के लिए भी कहा।
अमरीका में सिखों पर विगत एक दशक से ज्यादा समय से हमले हो रहे हैं। नफरत अपराध ट्रैकिंग समूह का कहना है कि हमलावर अमरीका में अक्सर सिख और मुसलमान में भेद नहीं कर पाते हैं इसलिए सिख लोग सांप्रदायिक अपराधों के शिकार हो जाते हैं।
समाचार एजेंसी एपी ने घायल सिख के हवाले से बताया कि वह शुक्रवार रात आठ बजे ड्राइववे पर काम कर रहे थे कि तभी एक अनजान व्यक्ति उनके पास आया और किसी बात पर दोनों में बहस हो गई।
हमलावर गठीले बदन का गोरा आदमी था और उसकी लंबाई करीब छह फुट थी। उसने नकाब से चेहरे के निचले आधे हिस्से को ढक रखा था। उधर पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में एफबीआई और अन्य एजेंसियों की मदद ली जा रही है।
केंट पुलिस के प्रमुख केन थॉमस ने कहा कि हमारी जांच शुरुआती चरण में है। हम इसे एक गंभीर घटना के रूप में देख रहे हैं। एक स्थानीय अखबार के मुताबिक, सिख समुदाय के एक नेता जगजीत सिंह ने कहा कि पीड़ित को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि वे और उनका परिवार सदमे में है। नफरत के इस माहौल में बिना वजह लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। सिख समुदाय का कहना है कि इस घटना की जांच सिख विरोधी नफरत अपराध के रूप में की जानी चाहिए। वे अपने स्तर से इस समस्या से नहीं लड़ सकते हैं।
उल्लेखनीय इस पहले हाल में दो भारतीयों पर हमला किया गया था जिसमें एक भारतीय इंजीनियर की मौत हो गई थी, जबकि दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायलो गया था।
यूएस में एक और भारतीय मूल के नागरिक पर हमला
अमरीका में एक और भारतीय पर हुए हमले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खेद जताया है। उन्होंने कहा कि मुझे भारतीय मूल के यूएस नागरिक दीप राय पर हुए हमले के बारे में सुनकर दुख हुआ।
सुषमा ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर कहा कि मैंने पीड़ित के पिता सरदार हरपाल सिंह से बात की है। सरदार हरपाल सिंह ने मुझे बताया कि उनके बेटे के हाथ में गोली लगी है।
वह अब खतरे से बाहर हैं और प्राइवेट अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। हाल के दिनों में अमरीका मे भारतीय मूल के नागरिकों पर हमले की घटनाएं बढ़ गई हैं।