लंदन। लंदन विश्व चैम्पियनशिप में अपने करियर की अंतिम 100 मीटर रेस में मिली हार के बावजूद जमैका के धावक उसेन बोल्ट का कहना है कि वह अब भी इतिहास के सर्वश्रेष्ठ एथलीट हैं। शनिवार को आयोजित हुई इस रेस में अमरीका के 35 वर्षीय धावक जस्टिन गाटलिन ने बोल्ट को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
इसके अलावा, गाटलिन के हमवतन 21 वर्षीय क्रिस्टियन कोलेमन ने रजत पदक जीता और बोल्ट को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
‘द गार्जियन’ की रिपोर्ट के अनुसार रेस के बाद एक बयान में बोल्ट ने कहा कि मैंने विश्व को दिखाया है कि मैं सर्वकालिक महान एथलीटों में से एक हूं। मुझे नहीं लगता कि इस एक हार से कुछ भी बदलेगा। मैंने अपने प्रयासों से एथलेटिक्स जैसे खेल को ऊपर उठाया है और इसे अन्य खेलों के समक्ष बेहतर रूप से प्रदर्शित किया है। मैं निराश नहीं हो सकता।
बोल्ट ने कहा कि मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। स्टेडियम में आए दर्शकों ने मेरा समर्थन किया और मुझे प्रोत्साहित किया। विश्व चैम्पियन बने गाटलिन की प्रशंसा करते हुए बोल्ट ने कहा कि मैंने उन्हें जीत की बधाई दी। इस रेस में वह बेहतर एथलीट रहे।