लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार सूबे में निवेशकों को आकर्षित करने और नए उद्योगों की स्थापना के लिए जल्द ही नयी औद्योगिक निवेश नीति लागू की जाएगी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग के प्रस्तुतिकरण के अवसर पर अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने और नए उद्योगों की स्थापना के लिए नई औद्योगिक निवेश नीति शीघ्र लागू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि नई सरकार प्रदेश के उद्यमियों की समस्याओं के समाधान एवं उनके कार्य विस्तार के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य करेगी। समस्याओं का निस्तारण एकल खिड़की प्रणाली के तहत शीघ्रता से किया जाए और नियमों तथा प्रक्रियाओं को सरलीकृत और पारदर्शी बनाया जाए।
योगी ने कहा कि औद्योगिक विकास की दिशा में गम्भीरता से कार्य किया जाए, जिससे प्रदेश में निवेश का वातावरण बन सके। अवस्थापना और औद्योगिक विकास सम्बन्धी परियोजनाओं को निर्धारित समय-सीमा के तहत पूरा किया जाए, जिससे परियोजना की लागत ना बढ़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के पिड़े क्षेत्रों में मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर एवं केन्द्रों की स्थापना के प्रयास किए जाएं, जिससे इन क्षेत्रों का विकास तेजी से हो सके।
योगी ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के शेष कार्यों को आगामी मई माह तक पूरा किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण की कार्यवाही सभी पहलुओं को दृष्टिगत रखते हुए की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगरा के साथ-साथ गौतमबुद्धनगर के जेवर क्षेत्र में भी हवाई अड्डे की स्थापना के सम्बन्ध में विचार कर निर्णय लिया जाए।
योगी ने उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास लिमिटेड, नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की प्रमुख परियोजनाओं ट्रांस गंगा सिटी उन्नाव, सरस्वती हाईटेक सिटी इलाहाबाद, थीम पार्क आगरा तथा मेगा फूड पार्क बहेड़ी की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि इन परियोजनाओं में आ रही व्यावहारिक कठिनाइयों को दूर करते हुए उन्हें जल्द पूरा किया जाए।
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा की प्रमुख परियोजनाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं में हो रहे विलम्ब के कारणों की पड़ताल करते हुए उन्हें दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं के पूर्ण होने में विलम्ब होने से अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है।