ऋषिकेश। उत्तराखण्ड में कांग्रेस की राजनीति में आए भूचाल के चलते हरक सिंह रावत के समर्थकों ने कांग्रेस को टाटा बाय-बाय कहना शुरू कर दिया है।
इसी श्रृंखला में ऋषिकेश मण्डी समिति के अध्यक्ष राकेश अग्रवाल सहित कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी व पदाधिकारियों ने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजकर उत्तराखण्ड में कांग्रेस को बचाने के लिए हरीश रावत के विरूद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
कांग्रेस अध्यक्षा को दिए गए इस्तीफे में हरीश रावत पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने व्यक्तिगत स्वार्थों के कारण जेबी संगठन बना दिया है। जिससे आम कांग्रेसी अपने आप को हतोत्साहित समझ रहा है।
इस्तीफे में आरोप लगाया है कि उत्तराखण्ड में अपने को कांग्रेस का छात्र नेता बताकर राष्ट्रीय नेतृत्व को छलने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस को प्रालि कांग्रेस बनाकर रख दिया है।
जिसकी कार्य प्रणाली से वर्षों से कांग्रेस संगठन ने आज ईमानदारी के साथ जुडे कांग्रेसियों को दरकिनार कर अपने स्वार्थों के कारण आम कार्यकर्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं।
इन लोगों ने दिया इस्तीफा
इस्तीफा देने वालों में राकेश अग्रवाल पूर्व प्रदेश सचिव उत्तराखण्ड कांग्रेस कमेट, विशाल कक्कड़ पूर्व जिला महासचिव कांग्रेस कमेटी देहरादून,विवेक शर्मा पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष पीजी कालेज ऋषिकेश, नितिन शर्मा पूर्व छात्र संघ महासचिव पीजी कालेज ऋषिकेश, नितिन सक्सेना पूर्व छात्र संघ यू.आर. एवं पूर्व एन.एस.यू.आई. अध्यक्ष पीजी कालेज ऋषिकेश, हिमांशु बोहरा छात्र संघ अध्यक्ष पीजी कालेज नरेन्द्रनगर, विक्रांत कक्कड विधानसभा सचिव इण्डियन कांग्रेस लीग ऋषिकेश, सुरेन्द्र सिंह राठौर, अमित शुक्ला, संजीव गर्ग, देवेश बौडोई, दीपक राणा, मुकेश शर्मा, नीरज अंथवाल, अजीत राणाकोटी सुनील पराशर, अनुराग मित्तल सहित काफी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता थे।