नई दिल्ली। उत्तराखण्ड के जंगलों में लगी आग से निपटने के लिए शनिवार को केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की तीन टीमों को आग पर काबू पाने और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए भेजा है।
एनडीआरएफ के महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि तीन टीमों में कुल 135 जवानों को आग पर काबू पाने के लिए उत्तराखण्ड भेजा गया है। ऑपरेशन की शुरुआत हो चुकी है।
इसी बीच प्रधानमंत्री कार्यालाय ने उत्तराखण्ड सरकार से आग से जुड़ी जानकारी मांगी है और सभी प्रकार की सहायता देने का वादा किया है।
एनडीआरएफ की टीम पानी के टैंकरों, अस्थायी पंप और चिकित्सा सेटअप बचाव अभियान से जुड़ी सहायता सामग्री से लैस है। इन टीमों को अल्मोड़ा, पौड़ी और गौचर में तैनात किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के जंगलों में गर्मी के चलते लगी आग ने 13 जिलों के जंगलों को अपनी चपेट में ले लिया है। राज्य के सभी वन कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। राज्य के 4,500 वन कर्मचारी आग की घटनाओं पर नज़र बनाए हुए हैं।
उत्तराखंड के जंगलो में लगी आग लोगों के लिए आफत की आग बनती जा रही है। अब तक आग से 7 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 14 लोग गंभीर रुप से घायल हैं। राज्य का करीब 1810 हैक्टेयर इलाका आग की चपेट में है। इस आग के चलते अब तक करोडों रुपए की वन सम्पदा जलकर राख हो गई है और हजारों वन्य जीव आग की भेंट चढ़ चुके हैं।
एक हफ्ते में आग लगने के करीब 922 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वन विभाग की तरफ से आग पर काबू पाने में हाथ खड़े करने के बाद सेना और पुलिस के साथ-साथ कई एनजीओ ने भी मोर्चा संभाल लिया है। राज्य के सभी 13 जिलो में आग बेकाबू हो गई है रुद्रप्रयाग में तो हालात इतने बिगड़े की आग पर काबू पाने के लिए सेना को बुलाना पड़ा।