देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तराखंड के केदारनाथ पहुंचे, जहां उन्होंने नई केदारपुरी को बसाने के लिए पांच प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने हिमालय में बिताए अपने पुराने दिनों को भी याद किया।
केदारनाथ के दर्शन-पूजने के बाद पीएम ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं हिमालय की गोद में भटका हुआ इंसान हूं। इस इलाके की चेतना को अलग से महसूस किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक वक्त था, जब मैं यहीं रम गया था।
वे पल कुछ और थे और आज जब कुछ पुराने लोग मिले तो उन दिनों की याद दिलाने लगे।शायद बाबा की इच्छा नहीं थी, एक बाबा क्या देश में सौ करोड़ बाबा हैं, उनकी सेवा करनी है।
उन्होंने कहा कि पुराने लोगों ने उनके जीवन के पिछले दिनों की याद दिलाई। वह गरुड़चट्टी में जीवन व्यतीत करते थे। संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने प्राकृतिक आपदा के शिकार लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान देश के सभी राज्यों के लोग प्रभावित हुए। मैं तब गुजरात का सीएम था। उस समय खुद को रोक नहीं पाया और उत्तराखंड चला आया। तब उत्तराखंड की सरकार से मैंने प्रार्थना की कि गुजरात सरकार केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का जिम्मा उठाएगी।
तब कमरे में हुई बैठक में सरकार और अधिकारी भी सहमत हो गए। इसके बाद मीडिया में समाचार आते दिल्ली में तूफान आ गया और उन्हें तक यह मौका नहीं मिला। बाबा को यह मंजूर था कि बाबा के बेटे के हाथ से ही निर्माण कार्य हों। जब यहां भाजपा की सरकार बनी तो यह विश्वास पक्का हो गया।
पीएम मोदी ने कहा कि केदारपुरी में विकास कार्य देवभूमि के अनुकूल ही होगा। इसमें पर्यावरण पर पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए विस्तृत योजना का खाका तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि एक बार यात्री श्रद्धा के साथ तय करें कि पुनर्निर्माण कैसा चाहते हैं, उसी तर्ज पर केदारनाथ का विकास होगा।
इसके लिए राशि की कमी नहीं होगी। चाहे तो उन्हें कारपोरेट जगत से भी सहयोग लेना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे। विकास में आधुनिकता तो होगी, लेकिन सदियों पुराने केदारपुरी के स्वरूप पर कोई आंच नहीं आएगी। यही नहीं पर्यावरण का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में पहाड़ का पानी, जवानी को पहाड़ के लिए ही उपयोग में लाया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार भी कदम उठा रही है। पहाड़ों में पानी पर आधारित टूरिज्म, विकास योजनाओं को विकसित किया जाएगा। केदारनाथ के विकास के साथ ही पूरे देश में शौचालय का निर्माण उनका लक्ष्य है। इसे पाने के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं।
संबोधन के बाद पीएम मोदी ने जनता के बीच पहुंचकर उनका अभिवादन भी किया। इससे पहले सीएम त्रिवेंद्र रावत ने केदारनाथ आगमन पर पीएम मोदी का आभार भी जताया।
इससे पहले सुबह करीब 8.55 बजे पीएम मोदी सेना के विशेष विमान से देहरादन स्थित जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचे। इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से केदारनाथ को रवाना हुए। सुबह करीब पौने दस बजे उनका हेलीकॉप्टर केदारनाथ पहुंच गया। हेलीपैड से वह एटीवी वाहन से मंदिर तक पहुंचे।
इसके बाद उन्होंने पूजा के लिए मंदिर में प्रवेश किया। इस दौरान उनका पारंपरिक तरीके से मंदिर समिति ने स्वागत भी किया। मंदिर में वह भगवान भोले की पूजा की। मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने विधि विधान के साथ पूजा संपन्न कराई।
इसके बाद उन्होंने विभिन्न पांच योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके तहत शंकराचार्य की समाधिस्थल का शिलान्यास, मंदाकिनी नदी घाट और सुरक्षा दीवार, पैदल मार्ग चौड़ीकरण, तीर्थ पुरोहितों के आवास, संग्राहलय के निर्माण का कार्य किया जाएगा।
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