Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
उत्तराखंड : भाजपा को केंद्र का सहारा तो कांग्रेस बेसहारा - Sabguru News
Home Breaking उत्तराखंड : भाजपा को केंद्र का सहारा तो कांग्रेस बेसहारा

उत्तराखंड : भाजपा को केंद्र का सहारा तो कांग्रेस बेसहारा

0
उत्तराखंड : भाजपा को केंद्र का सहारा तो कांग्रेस बेसहारा
Uttarakhand political crisis : BJP and Congress both are in tension
Uttarakhand political crisis : BJP and Congress both are in tension
Uttarakhand political crisis : BJP and Congress both are in tension

देहरादून। उत्तराखंड में चुनाव को आठ महीने का समय शेष रह गया है, ऐसे में भाजपा और कांगे्रस दोनों अपनी छवि को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे हैं। भाजपा जहां अपने ऊपर लग रहे आरोपों से परेशान दिखाई दे रही है तो वहीं कांग्रेस अंतिम समय में सरकार हाथ से निकल जाने के कारण दुविधा में है।

सरकार न रहने के चलते वह लोकलुभावन घोषणाएं नहीं कर पाएगी और मतदाताओं को रिझाने में विफल हो जाएगी। यही कारण है कि कांगे्रस किसी भी तरह सत्ता हासिल कर जनता का मन जीतना चाहती है।

इसकी झलक एक दिन की हरीश रावत सरकार के फैसलों में देखने को मिली। जब हाईकोर्ट का निर्णय अपने पक्ष में आने के बाद उसने ताबड़तोड़ घोषणाएं कर दी। यदि ऐसा न हुआ तो भाजपा को तो केंद्र का सहारा मिल जाएगा, लेकिन कांगे्रस बेसहारा नजर आएगी।

उत्तराखण्ड की राजनीति का भविष्य सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिका हुआ है, इसके बाद ही निर्णय हो सकेगा कि भाजपा और कांग्रेस में से किसे राजनीति की बिसात पर शह और मात मिली परंतु दोनों दल वर्तमान हालात को लेकर खासे परेशान है।

भाजपा जहां कांग्रेस सरकार को हटाने के पश्चात् अपनी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त थी तो वहीं कांग्रेस अपनी सरकार जाने से हैरान थी। परंतु दोनों को इस सियासी द्वंद्व से कुछ खास हासिल नहीं हो पाया। भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में लीन हैं और वह इसके सहारे ही जनता के बीच स्वयं को सही साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।

दोंनों को अपनी छवि की चिंता सता रही है, क्योंकि सत्ता हासिल करने के लिए दोनों ओर से जिस तरह के प्रयास हो रहे हैं उससे जनता दोनों को सत्तालोलुप दल समझने लगी है।
भाजपा को लगने लगा है कि राष्ट्रपति शासन अगर अधिक दिन तक रहा तो उसकी मुसीबत और बढ़ जाएगी।

वहीं, कांग्रेस भी जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन हटाने को लेकर जुगत भिड़ा रही है, इसके पश्चात् वह सत्ता हासिल कर अंतिम वर्ष में जनता को मन लोकलुभावन घोषणाओं के जरिए जीत सकती है परंतु ऐसा न होने की हालत में कांग्रेस के समक्ष सीमित विकल्प रह जाएंगें, तो वहीं भाजपा राष्ट्रपति शासन में भी केंद्र की मदद से जनता का दिल जीत सकती है और कांग्रेस की यही सबसे बड़ी परेशानी है।

सूत्र बताते हैं कांग्रेस यही गणित अपने विधायकों को भी समझा रही है और उन्हें एकजुट रखने का प्रयास कर रही है। अगर कांग्रेस अपने शेष विधायकों को एकजुट रखने में सफल रहती है तो वह जनता को सकारात्मक संदेश देने में सफल रहेगी।