वडोदरा। गुजरात की संस्कार नगरी के नाम से जाने वाले वडोदरा शहर में गुरुवार देर रात भीमपुरा के फार्म हाउस पर शराब की महफिल के भंडाफोड़ के बाद खुलासा हुआ कि पार्टी में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं नशे में थीं।
पुलिस ने पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को 220 बोतल विदेशी शराब के साथ पकड़ा। पार्टी में 127 पुरुषों के मुकाबले 134 महिलाएं शामिल थीं। इनमें शहर के कई उद्योगपति व व्यापारी मौजूद थे। 1.80 लाख की शराब सहित महंगी कारों के साथ 18 करोड़ के ज्यादा का माल जप्त किया गया।
शराब पार्टी में अहमदाबाद से भी मेहमान शामिल
तोलंबिया ने बताया कि जितेंद्र शाह की पौत्री का विवाह दो दिन बाद अहमदाबाद में आयोजित होने वाला है, इसलिए इस पार्टी में अहमदाबाद से भी कुछ मेहेमान तथा दो ब्रिटिश नागरिक भी इस पार्टी में शामिल हुए। सामान्यतया भारत में आने पर विदेशी नागरिकों को शराब सेवन का परमिट दिया जाता है इसलिए इन दोनों के पास शराब सेवन के परमिट की जांच कर दस्तावेजों के आधार पर तटस्थ कार्रवाई की जाएगी।
कानून के तहत सभी के तहत समान कार्रवाई
इनके अलावा पार्टी में मौजूद उद्योगपतियों चिरायु अमीन, राकेश अग्रवाल, यूनाइटेड-वे गरबा आयोजन समिति के पदाधिकारियों सहित सभी लोगों के विरुद्ध कानून के अनुरूप कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई टेस्ट क्रिकेटर शामिल नहीं था। कानून के समक्ष सभी लोग समान हैं, इसलिए कोई भी छोटा-बड़ा नहीं है इस बात को ध्यान में रखकर पंचनामा तैयार किया गया है।
सभी के रक्त के नमूने लिए
पंचनामे के बाद सभी को अलग-अलग वाहनों के जरिये एसजी अस्पताल ले जाया गया, वहां चिकित्सकों ने सभी को रक्त के नमूने लिए। इसके बाद सभी 134 महिलाओं को रात के समय लॉक-अप में नहीं रखने के संबंध में जारी दिशा-निर्देश के अनुरूप रिहा कर दिया गया। मुख्य दो आरोपियों को छोड़कर शेष सभी पुरुषों को भी शराब के नशे में व सामान्य तौर पर महफिल में शामिल होने के कारण व न्यायालय के निर्णयानुसार सात वर्ष से कम की सजा के आरोपियों को पुलिस जमानत पर रिहा करने में सक्षम होने के कारण कार्रवाई करके बांड भरवाकर जमानत पर रिहा किया गया।
कोई वीआईपी ट्रिटमेंट नहीं
उन्होंने बताया कि गैर जमानती धाराओं के तहत मुख्य आरोपियों जितेंद्र शाह व उसके पुत्र अभय शाह को गिरफ्तार करके शराब मंगवाने के स्थान, पार्टी के मुख्य सूत्रधार के बारे में पूछताछ की जा रही है। शराब के मार्का, एक्साइज नंबर, वितरक, विक्रेता आदि के बारे में भी दोनों से पूछताछ की जा रही है और आवश्यकतानुसार न्यायालय में पेश करके रिमांड मांगा जाएगा।
उन्होंने बताया कि सामान्य पार्टी में शराब वितरित करने के कारण पुलिस की ओर से कार्रवाई करते हुए छापा मारा गया और शुक्रवार तड़के तक कार्रवाई जारी रही। किसी को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया गया। इस मामले में पूरी गुप्तता के अनुरूप यह छापा मारा गया और सफल व जिला पुलिस का सामूहिक प्रयास था। तोलंबिया ने कहा कि छापे की कार्रवाई में में गांधीनगर व अहमदाबाद की पुलिस शामिल नहीं थी।