वापी। वापी में प्रत्येक सोमवार को आने वाली बांद्रा-पटना एक्सप्रेस ट्रेन में चढऩे वाले यात्रियों की सुरक्षा का जिम्मा हमाल व कैन्टीन में काम करने वालों के भरोसे है।
सामान्य वर्ग के यात्रियों को लाइन लगवाने से लेकर ट्रेन में चढ़ाने तक का जिम्मा हमाल संभाले हुए हैं और इसके लिए यह लोग यात्रियों से जमकर वसूली भी कर रहे हैं। ,
गौरतलब है कि अन्य स्टेशनों पर ट्रेन के आने से पूर्व साधारण कोच के यात्रियों को लाइन से डिब्बे में चढ़ाने का कार्य आरपीएफ करती है। मगर वापी में यह काम हमाल कर रहे हैं। यह हमाल सुबह से लाइन में लगने वालों को दरिकनार कर प्रति व्यक्ति 50 और 100 रुपए लेकर बाद में आने वालों को चढ़ा देते हैं।
उल्लेखनीय है कि शाम करीब साढ़े छह बजे आने वाली इस ट्रेन में बिना आरक्षण वाले यात्री सुबह दस बजे से ही विकलांगों के लिए बनाए गए ब्रिज पर लाइन लगाए रहते हैं। मगर उनकी यह मशक्कत भी काम नहीं आती। ताज्जुब तो यह है कि यह हमाल पुलिस वाला डंडा लेकर यात्रियों के साथ रौब दिखाते हुए गाली गलौज तक करते हैं।
झगड़े के बाद भी नहीं पहुंची आरपीएफ
सोमवार की शाम लाइन लगवाने वाले दो हमाल में झगड़ा और मारपीट हो गई। मामला अपने आदमी को आगे खड़ा करने को लेकर शुरू हुआ। लाइन लगवाने वाले लोग आपस में ही मारपीट करने लगे। यह मारपीट और गाली गलौज करीब 15 मिनट तक चलती रही मगर आरपीएफ का कोई जवान मौके पर नहीं पहुंचा। बाद में मार खाया व्यक्ति ही आरपीएफ के पास शिकायत करने पहुंचा था। चूंकि दोनों ही व्यक्ति आरपीएफ के लिए काम करते हैं लिहाजा उसे शांत कर रवाना कर दिया गया।
इस बारे में लाइन में लगे एक यात्री से बात करने पर उसने बताया कि यहां हमेशा यही लोग लाइन लगवाते हैं। जिसमें से कई शराब पीकर यहां रहते हैं। महिलाओं के आगे ही वे अपशब्द बोलते हैं मगर पुलिस वाले दिखते ही नहीं। इस संबंध में आरपीएफ अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाया।
उच्चाधिकारियों से होगी शिकायत
बांद्रा-पटना ट्रेन में इतनी भीड़ होती है कि थोड़ी सी चूक यात्री के जान पर संकट बन सकती है। हमाल का रुपए लेकर लाइन लगवाना गंभीर मसला है। इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाएगी। यात्रियों की सुरक्षा के साथ इस तरह का खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
मुकेश सिंह ठाकुर, सदस्य डीआरयूसीसी एवं जिला उपाध्यक्ष भाजपा