सूरत। गुजरात के वराछा में हुए तीहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी गौतम गोल्डन और उसके दो साथियों को क्राइम ब्रांच पुलिस ने जिला एलसीबी पुलिस की मदद से सोमवार देर रात किम चौकड़ी के पास से धर-दबोचा। वही गौतम के पिता गणेश अभी भी फरार है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त खुर्शिद अहमद ने बताया कि शनिवार रात तीहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गौतम गोल्डन उसके पिता गणेश गोयाणी और दो साथी फरार हो गए थे। चारों को पकडऩे के लिए पुलिस की अलग-अलग टीम बना कर उनकी खोज की जा रही थी। इस दौरान सोमवार रात क्राइम ब्रांच पुलिस को सूचना मिली कि तीहरे हत्याकांड को अंजाम देनेवाला गौतम गोल्डन और उसके दो साथी भद्रेश उर्फ कालू उकाभाई पटोलिया तथा किशन रमेश खोखर भरुच के झाडेश्वर से एसटी बस में बैठे है और तीनों किम चार रास्ता के पास उतरने वाले है।
क्राइम ब्रांच पुलिस ने जिला एल.सी.बी. पुलिस को इसकी जानकारी दी। एल.सी.बी की टीम किम चार रास्ता के पास निगरानी में थी और तीनों जैसे ही चार रास्ता के पास बस से उतरे पुलिस ने उन्हें धर-दबोचा और क्राइम ब्रांच पुलिस के हवाले कर दिया। मंगलवार सुबह क्राइम ब्रांच ने तीनों अभियुक्तों को वराछा पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस ने बताया कि गौतम का पिता गणेश अभी भी फरार है और उसके सौराष्ट्र में होने की जानकारी मिली है। उसे प$कडऩे के लिए अलग-अलग टीम सौराष्ट्र में भेजी गई है।
बताया जा रहा है कि तीनों ने गणेश को सौराष्ट्र में छोड़कर लौट रहे थे, हालांकि वह सूरत आ रहे थें या कही ओर भागने वाले थे यह पता नहीं चल पाया है। हथियार और कार के संदर्भ में भी जानकारी जुटानी बाकी है। इसके लिए बुधवार को तीनों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी।
गौरतलब है कि अमरेली के बगसरा में स्थित जमीन के रुपए के विवाद को लेकर अभियुक्त गौतम गोल्डन ने साथियों के साथ मिलकर शनिवार रात वराछा मोदी मोहल्ला स्थित बालू की ऑफिस पहुंचा और यहां पर उसने और उसके साथियों ने बालू, भरत तोगडिय़ा और महेश रादडिय़ा और अशोक किकाणी पर चाकू से हमला कर फरार हो गए। हमले में बालू, भरत और अशोक की मौत हो गई, वहीं महेश गंभीर रूप से घायल हो गया था।
तीहरे हत्याकांड का मामला सामने आने पर पुलिस आयुक्त आशिष भाटिया समेत का पुलिस काफिला मौके पर पहुंचा और जांच शुरू कर दी। जमिन के रुपए के विवाद को लेकर कामरेज की कोमल गोयाणी और उसके भाई गौतम तथा पिता गणेश गोयाणी ने हत्या की साजिश रची होने की बात सामने आने पर पुलिस ने रविवार रात कोमल गोयाणी तथा हत्याकांड में लिप्त रामा भरवाड़, मेहूल भरवाड़ और इमरान सैयद को गिरतार कर लिया था। गौतम गोल्डन समेत तीन जनों की गिरफ्तारी के साथ इस मामले में अब तक सात जनों की गिरफ्तारी हो चुकी है और एक अभियुक्त वांछित है।
तीनों का इतिहास आपराधिक
संयुक्त पुलिस आयुक्त खुर्शिद अहमद ने बताया कि गौतम गोल्डन, भद्रेश पाटोलिया और किशन खोखर तीनों का इतिहास आपराधिक रहा है। गौतम के खिलाफ वराछा और कापद्रो पुलिस में हत्या, मारपीट, धमकी के पांच मामले दर्ज है। किशन के खिलाफ कापोद्रा और अमरोली में रायोटिंग और मारपीट के तीन मामले और भद्रेश के खिलाफ वराछा थाने में चोरी का मामला दर्ज है।
हत्या के बाद सौराष्ट्र पहुंचे
पुलिस ने बताया कि गौतम और उसके साथी तीहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद कामरेज पहुंचे और यहां से वह सौराष्ट्र चले गए। पिता गणेश गोयाणी को सौराष्ट्र में ही छोड़कर सोमवार को तीनों दोबारा सूरत की ओर आ रहे थे, तभी किम चार रास्ता के पास से उन्हे पकड़ लिया गया।
गिरफ्तारियों का आंकड़ा बढ़ सकता है
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि तीहरे हत्याकांड के मामले में अभी तक आठ अभियुक्तों की लिप्तता का पता चला है और इनमें से सात आरोपी अरेस्ट किए जा चुके हैं। आरोपियों से पूछताछ करने पर हत्या की साजिश और तीहरे हत्याकांड के लिए जिम्मेदारों के और नाम सामने आ सकतें है, जिन लोगों के नाम सामने आएंगे और जिन्होंने अभियुक्तों को मदद की है उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।