वाराणसी। सिगरा थाना क्षेत्र के माधोपुर में रविवार की देर रात आठवीं कक्षा के एक छात्र ने फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली।
मौत से पूर्व छात्र ने मां और पिता की फोटो के साथ अपनी फोटो लेमिनेट करवाई और मृत्यु पूर्व मार्मिक पत्र लिख माफी मांगी और हौलनाक निर्णय के लिए पिता के सपना को पूरा नहीं करना बताया। सोमवार की सुबह घटना की जानकारी पाते ही परिवार में कोहराम मच गया और मां बाप ओर अन्य परिजन गाजीपुर से घटना स्थल पर पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद का निवासी अनय चौहान यहां माधोपुर में रहकर कक्षा 8 की पढ़ाई करता था। परिजन नेवी या एयरफोर्स में भेजना चाहते थे। बीते 2 मार्च को अनय के पिता और भाई अनय के कमरे पर आए थे। पढ़ाई को लेकर काफी बातचीत बातचीत के बाद कॉपी भी चेक किया था जिसमें कई सवाल नहीं पूरा होने पर डांटा था।
उनके जाने के बाद से ही अनय तनाव में आ गया। बीती रात उसने अपने कमरे में फांसी लगा ली। सोमवार सुबह जब उसके कमरे का दरवाजा देर तक नहीं खुला तो बगल के कमरों में रहने वाले साथी छात्रों ने उसे आवाज दी। लेकिन इसके बावजूद कमरा नहीं खुला तो सभी शोर मचाने लगे तक तब मकान मालिक भी आ गए।
उनकी सूचना पर मौके पर नगर निगम पुलिस चौकी इंचार्ज अभय राज मिश्रा और उनके हमराही पहुंचे। और कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अनय को फांसी पर लटका देख सभी सन्न हो गए। पुलिस ने तत्काल शव को नीचे उतरवाया और कमरे की तलाशी लो बिस्तर पर अनय का मुत्यु पूर्व लिखा पत्र मिला। जिसमें उसने लिखा है मां हर जन्म में तेरा बेटा बनकर मिलूंगा।
भूलकर भी मां किसी को मत मारना, तुझे मिलूंगा प्यारी मां। पिताजी माफ करना आपका सपना पूरा नहीं कर पाया। मेरे तीनों भाइयों मेरी बहन की डोली धूमधाम से उठाना, हम सबकी पगड़ी का ख्याल रखना। मेरे मरने से सभी को शांति मिलेगी।
मौत का समय भी बताया रात 1:15 पर फंदा डाला। स्वर्गलोक जाना चाहता हूं। मेरी जेब में सुसाइड नोट है। इसे पढ़कर मेरी लाश के साथ घर पहुंचा दें। पुलिस ने परिजनों को सूचना देने के बाद पंचनामा कर शव को पोस्टर्माटम के लिए भेज दिया।
अस्सी में भी युवक ने फांसी लगाकर जान दी
एक अन्य घटना में लंका थाना क्षेत्र के अस्सी मोहल्ले में सोमवार की सुबह एक 32 वर्षीय युवक पत्नि के दुपट्टे का फांसी का फंदा बना उसमें झूल गया। घटना की जानकारी पाते ही पत्नि और बेटी बेसुध हो गयी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बताया गया कि मृतक दिनेश मिश्रा मूल रूप से जनपद चन्दौली का मूल निवासी था। यहां चार-पांच साल पहले अमिता नामक युवती से प्रेम विवाह करने के बाद अस्सी में किराये के मकान में रहता था। शादी के बाद दिनेश को बेटी हुई। चार वर्षीय पुत्री सनबीम भगवानपुर में यूकेजी की छात्रा है।
पत्नि ओर दिनेश दोनों अध्यापन कर गुजर बसर करते थे। बीते दिनों दिनेश पैतृक संपत्ति में बंटवारा के लिए गांव गया था वहा परिजनों ने प्रेम विवाह करने का ताना देकर सम्पति बंटवारे से मना कर दिया। इससे क्षुब्ध दिनेश ने अपने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
घटना के दौरान पत्नि बेटी को स्कूल भेजने के बाद ट्यूशन पढाने चली गई थी। सुबह लगभग 9.20 पर वापस लौटने पर घर का दरवाजा बंद मिला। दरवाजे पर दस्तक दी पर दरवाजा नहीं खुला। शोरगुल सुन कर क्षेत्रीय नागरिक भी जुट गए। उनकी सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई और दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला गया। पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।