वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में महज 30 घंटे का नवजात शिशु मर कर भी दूसरों के लिए नजीर बन किसी के अंधेरी दुनिया को रोशन कर गया।
OMG ऐसी जग़ह जहां एक पुरुष को करनी पड़ती है दो…
जानकारी के अनुसार जमालपुर मिर्जापुर के विपिन सिंह और विनीता के घर बच्चे के जन्म से खुशिया और उमंग आसमान छूने लगी। इसी बीच बच्चे की हालत बिगड़ती चली गई। जांच के बाद पता चला कि बच्चा जन्म से ही हृदय रोगी है और कुछ क्षणो को मेहमान हैं।
यह जानकारी पाते ही दम्पती खून के आंसू रो पड़े। नवजात जन्म लेने के बाद लगभग 30 घंटे बाद गुजर गया। दम्पती पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। विपिन ने इस आघात को सह बड़ा फैसला लिया और पत्नि और परिजनो को बच्चे की आंख दान करने का निर्णय सुनाया।
एक अनोखी मां जो अब तक दे चुकी है 38 बच्चों…
उन्होंने कहा कि हमारा बेटे की आंख से किसी की दुनिया रोशन हो यही हमारे लिए सहने की सम्बल होगा। परिवार वाले थोड़ी ना नुकुर के बाद मान गए तो विपिन ने आई बैंक को सूचना दी।
उनकी सूचना पर बच्चे का नेत्रदान डॉ. अनुराग टंडन की देखरेख में डॉ विनीता चंद्रा, सचिन सिंह एव विजय कुमार मिश्रा ने किया। इस सम्बन्ध में डॉ. अनुराग ने बताया कि हमारी टीम ने पिछले सालो में भी अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड 30 घण्टे के नवजात शिशु का नेत्रदान कराया है।
इस शख्स के अनोखे दातों का हुनर देख आप भी रह…
समाज के सहयोग से कम उम्र एव अधिक उम्र के नेत्रदान का अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड पुर्बान्चल के नाम ही है। बताया कि नवजात शिशु का नेत्रदान कराने से हज़ारों चिराग रोशन होंगे। हमारी भगवान से प्रार्थना है की विपिन और उनकी पत्नि को जल्द ही चिराग प्रदान करे।
आपको यह खबर अच्छी लगे तो SHARE जरुर कीजिये और FACEBOOK पर PAGE LIKE कीजिए, और खबरों के लिए पढते रहे Sabguru News और ख़ास VIDEO के लिए HOT NEWS UPDATE