मानिकपुर। उत्तर प्रदेश में मानिकपुर के पास शुक्रवार को वास्को डि गामा एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरी से उतरने की घटना में तीन यात्रियों की मौत हो गई जबकि सात से अधिक घायल हो गए। यह घटना चित्रकूट जिले के मानिकपुर स्टेशन पर शुक्रवार तड़के 4.18 बजे हुई।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि लगभग सात घायल है। सभी घायलों को इलाज के लिए पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
ट्रेन के जो डिब्बे बेपटरी हुए हैं, उसमें एस3, एस4, एस5, एस6, एस7, एस8, एस9, एस10, एस11, दो अतिरिक्त स्लीपर कोच और दो जनरल डिब्बे हैं। सक्सेना ने बताया कि बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है और रेलमंत्री पीयूष गोयल स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
उत्तर मध्य रेलवे के प्रवक्ता अमित मालवीया ने बताया कि रेलवे ट्रैक के फ्रैक्चर होने की वजह से यह हादसा हुआ है। दो मृतकों की पहचान दीपक पटेल और उनके पिता राम स्वरूप के रूप में की गई है, जो बिहार के बेतिया के रहने वाले हैं।
बतादें कि इससे पहले भी यूपी में कई रेल हादसे हो चुके है। सितंबर महीने में यूपी के सोनभद्र जिले में शक्तिपुंज एक्सप्रेस के 7 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। ये ट्रेन हावड़ा से जबलपुर जा रही थी। शक्तिपुंज एक्सप्रेस के कुल 21 में से 7 कोच पटरी से उतरे थे।
इसी तरह 19 अगस्त की शाम 5 बजकर 46 मिनट पर मुजफ्फरनगर में पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस खतौली रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई थी। ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरकर अगल-बगल के घरों और एक स्कूल में घुस गए। इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई थी।
खतौली रेल हादसे के होने के पांच दिन के अंदर कानपुर और इटावा के बीच औरैया जिले में एक और हादसा हुआ। आजमगढ़ से दिल्ली आ रही 12225 (अप) कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ये ट्रेन मानव रहित फाटक पर देर रात ट्रेन एक डंपर से टकरा गई थी। ट्रेन के इंजन सहित 10 डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
15 अप्रेल को मेरठ-लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस के आठ कोच रामपुर के पास पटरी से उतर गए। इस हादसे में करीब 10 लोग घायल हुए थे। हादसा मुण्डा पांडे और रामपुर रेलवे स्टेशन के बीच हुआ था।
उत्तरप्रदेश के महोबा में 30 मार्च को रात क़रीब 2 से सवा दो बजे महाकौशल एक्सप्रेस पटरी से उतरी थी। इस दुर्घटना में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।