नई दिल्ली। जयपुर में मंदिर तोडे जाने पर विश्व हिन्दू परिषद ‘(विहिप) ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधा है।
विहिप ने कहा कि मंदिरों को तोडकर वसुंधरा राजे खुद को ‘सेक्यूलर’ साबित करना चाहती हैं।
विहिप के संयुक्त महासचिव डा. सुरेन्द्र जैन ने कहा कि दिल्ली में भी मेट्रो निर्माण के समय कई स्थलों को बचाने के लिए रास्तें में बदलाव किया गया।
जयपुर में भी ऐसा हो सकता था। लेकिन मस्जिदों और मकबरों को छोड़ कर वो मंदिरो को ही ठिकाने लगाने में जुटी हुवी है।
डा. जैन ने कहा कि राजस्थान सरकार मंदिरों को लेकर जो कुछ कर रही है, विहिप उसका जोरदार विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि विहिप शुरू से इसका विरोध कर रही है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार बनाने में विहिप का अहम योगदान रहा है। वसुंधरा पर छद्म सेक्यूलर होने का आरोप भी विहिप महासचिव ने लगाया।
उन्होंने कहा कि कारण है कि विहिप जयपुर में सडकों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है।
उन्होेंने कहा कि यदि सरकार निर्माण के लिए सभी धर्मो के पूजा स्थलों को हटाने का प्रस्ताव लाती है तो उस पर हम विचार कर सकतें हैं। लेकिन सरकारें सिर्फ मंदिरों को हटा रही है।
दिल्ली के कनॉट प्लेस से मंदिरों को हटाया गया लेकिन अन्य धर्मो के किसी भी पूजा स्थाल को नहीं हटाया गया।
उल्लेखनीय है कि जयपुर में मेट्रो लाईन के निर्माण के लिए 150 साल पुरानी मंदिर को सरकार ने तोड दिया। सरकार के इस निर्णय को विरोध विहिप कर रही है।