जयपुर। अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर को लेकर उठे विवाद के कारण यहां खराब पडा इसी कम्पनी का हेलिकॉप्टर परेशानी का कारण बन गया है। हैलिकॉप्टर बीते पांच साल से खराब पडा है। मौजूदा सरकार इसकी नीलामी नहीं हो पाने के करण इसे कम्पनी को ही वापस देने की तैयारी कर रही थी।
2005 अगस्ता वेस्टलैंड हैलिकॉप्टर की खरीद की गई थी लेकिन 2011 में यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसमें सवार थे और इसका पंखा टूट गया था। दुर्घटना में गहलोत बाल-बाल बचे थे। तब से यह हैलिकॉप्टर स्टेट हैंगर में खराब पड़ा है।
उस समय जहां की इसकी मरम्मत का खर्च करीब 40 लाख रूपए आ रहा था वहीं पांच साल में यह खर्च करोडों में जा पहुंचा है। मौजूदा सरकार ने आने के बाद इस हैलिकॉप्टर की नीलामी के लिए तीन बार प्रयास कर लिए। इसकी बेस कीमत 12.40 करोड रूपए रखी गई है लेकिन एक बार भी कोई खरीदार आगे नहीं आया।
ऐसे में पिछले दिनों सिविल एविएशन विभाग ने इसे वापस अगस्ता कम्पनी को ही बेचने का प्रस्ताव सरकर को भेजा था। बताया जाता है कि इस प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल गई थी और सरकार इस पर बातचीत शुरू करने वाली थी। सरकार का प्रयास था कि अगस्ता को यह हैलिकॉप्टर वापस दे कर नया हैलिकॉप्टर खरीदा जाए।
हालांकि नया हैलिकॉप्टर अगस्ता से ही खरीदा जाएगा या किसी और से यह तय नहीं किया गया था। अब हाल में इस हैलिकॉप्टर की खरीद को ले कर उठे विवाद के बाद सरकार के लिए इस बातचीत को आगे बढाना मुश्किल हो रहा है।
विभाग के सूत्रों का कहना है कि फिलहाल मामला खटाई में जाता दिख रहा है। उपर से संकेत मिलने के बाद ही आगे बढा जाएगा।