जयपुर। राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस समारोह सोमवार को अजमेर के पटेल मैदान पर आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सर्व प्रथम शहीद स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद मुख्य समारोह में झंडारोहण किया।
इस मौके पर शानदार रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। स्कूली बच्चों के सामूहिक नृत्य और गीत ने दर्शकों का मन मोह लिया। राजस्थान पुलिस के जवानों ने मोटरसाइकिल पर साहसिक करतब दिखा कर मन मोह लिया। महिला पुलिस के स्टंट देख कर दर्शक चौंक गए। अजमेर के वाशिंदों के लिए स्वतंऋता दिवस समारोह एक यादगार लम्हा बन गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शहीदों, वीर सेनानियों और अजमेर के स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए अपने भाषण की शुरूअता की। पूरे भाषण में राजे ने सरकार की उपलब्धियों का बखान किया।
राजे ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हम और आप कल्पना नहीं कर सकते कि आजादी के समय देशवासियों में किस प्रकार की ऊर्जा रही होगी। किस प्रकार का जज़्बा रहा होगा और लोगों में किस प्रकार अपने भविष्य को लेकर एक नई आशा का संचार हुआ होगा। आजादी के मूलमंत्र को हमें हमेशा याद रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में सरकार के पिछले ढ़ाई साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि किसी के लिए आजादी का मतलब स्वावलम्बन है, तो किसी के लिए अपना स्वयं का मकान बनाना। किसी के लिए आजादी का मतलब स्वरोजगार है तो किसी के लिए कर्ज से मुक्ति।
किसी के लिए आजादी का मतलब अच्छी शिक्षा है तो किसी के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएं। लेकिन आजादी की इन सभी धारणाओं की गहराई में एक सशक्त, स्वाभिमानी और विकसित राजस्थान की परिकल्पना छुपी हुई है। आज हम उस परिकल्पना को साकार करने के संकल्प को पुनः दोहराते हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान राजस्थान बीमारू राज्यों की श्रेणी से निकाल कर अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा हो चुका है। जब हम सरकार में आए थे तो खाली खजाना मिला। उस वक्त ऐसा लगा जैसे हमारे परिवार को किसी की नजर लग गई हो। सभी के सहयोग से वो कठिन हालात भी बदल गए हैं। प्रदेश अब विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
यह सब टीम राजस्थान की कड़ी मेहनत का फल है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन का मार्ग सरल नहीं है। अगर आप सोचे कि यह परिवर्तन एक दिन में हो जाए तो यह संभव नहीं है। प्रदेश को विकास की पटरी पर लाना आसान नहीं था। हमें न केवल ठोस फैसले लेने पड़े बल्कि नई नीतियां भी बनानी पड़ी। सामने असक्षम सरकार के स्थान पर एक जीवन्त कार्यशील एवं प्रगतिशील सरकार का नया चेहरा सामने आया।
राजे ने कहा कि पिछले दो वर्षों में प्रदेश निवेश के मामले में देश में अग्रणी रहा है। देश-विदेश की कम्पनियों, व्यवासाइयों ने यहां 3 लाख 31 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है। सौर और पवन ऊर्जा उत्पादन में राजस्थान पूरे देश में मॉडल स्टेट के रूप में पहचान बना रहा है।
जल स्वावलंबन योजना से प्राचीन बावडिय़ों, तालाबों और बांधों का जीर्णोद्धार होने से इस बार बरसात में भरपूर पानी आया है। इन जलाशयों के आसपास पौधरोपण किया जा रहा है। इससे पर्यावरण संरक्षण होने के साथ-साथ हरियाली को बढ़ावा मिलेगा।
पिछले ढाई वर्षों में शिक्षा की गुणवत्ता में निरन्तर सुधार किया। उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत 56 से बढ़कर 70 हुआ है। सुराज संकल्प पत्र में घोषणा की कि 15 लाख युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित हम करेंगे। पिछले ढाई साल में हमने आधे से कहीं ज्यादा लक्ष्य हासिल कर लिया है। हमने जो वादा किया है उसे हम पूरा करेंगे।
राज्य में मंत्रालयिक सेवा संबंधी तीनों नियमों जैसे राजस्थान सचिवालय, राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं राजस्थान अधीनस्थ कार्यालय लिपिकवर्गीय सेवा में सीधी भर्ती के पदों पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को प्रथम चरण व द्वितीय चरण की परीक्षा में में 5 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी।
निशुल्क दवा योजना का बजट बढ़ाया। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की। 4162 चिकित्सकों की नियुक्ति की जा चुकी है। राज्य में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 20 योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्रों के भवन निर्माण कर उन्हे प्रारंभ कर दिया गया है।
17 हजार 445 मेगावॉट बिजली उत्पादन क्षमता के साथ हम आज विद्युत उत्पादन में आत्मनिर्भर हो गये हैं। पारम्परिक ऊर्जा पर निर्भरता कम हो इस उद्देश्य से हमारी सरकार ने पवन एवं सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया है। इसका नतीजा रहा कि राजस्थान सौर ऊर्जा के क्षेत्र में देश में पहले नम्बर पर है।
अब तक 24 बड़ी पेयजल परियोजनाओं को पूरा करने का जो लक्ष्य तय किया था उसमें से 19 परियोजनाओं का कार्य पूरा कर लिया है। बाकी बची 5 परियोजनाओं को भी इसी साल पूरा करने का प्रयास है। मात्र 6 माह में 3 हजार 529 गांवों में 1192 करोड़ रूपये की लागत से 92 हजार 552 कार्य पूर्ण कराये जा सके। यानि की प्रतिदिन लगभग 514 कार्य पूर्ण कराए गए।
इस वर्ष शेष रही 1 हजार 480 आबाद ढाणी/मजरों को जोड़ने के लिए 1 हजार 612 करोड़ रूपये की लागत से 4 हजार 293 किलोमीटर लम्बाई में डामर सड़कों का निर्माण कराया जायेगा। ग्रामीण गौरव पथ योजना के पहले चरण में 1963 ग्राम पंचायतों में 1720 किलोमीटर की लंबी 748 करोड़ रूपये की लागत से बनाई है।
दूसरे चरण में 2 हजार ग्राम पंचायतों में ग्रामीण गौरव पथ बनाए जाएंगे। किसानों को फसली ऋण योजना के तहत सहकारी बैंकों के माध्यम से ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवा रहे हैं। इस योजना को हमारे किसान भाइयों ने सराहा है।
योजना की व्यापक सफलता और मांग को ध्यान में रखते हुए इस योजनान्तर्गत 1500 करोड़ रूपये के अतिरिक्त फसली ऋण उपलब्ध कराने की घोषणा की। ग्रामीण क्षेत्रों में निजी शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। प्रदेश की 2 हजार 329 ग्राम पंचायतें खुले में शौच मुक्त की जा चुकी हैं।
पवित्र तीर्थ पुष्करराज और हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के कारण दुनियाभर में अजमेर का नाम है। इन्हें निखारा जा रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने का ही परिणाम है कि हर वर्ष हमारे यहां देशी और विदेशी पर्यटकों की आवक का प्रतिशत लगातार बढ़ता जा रहा है।