सरूपगंज। कोदरला में शुक्रवार रात को आंगन में सो रहे एक प्रौढ़ की अज्ञात हमलावरों ने गर्दन काटकर निर्मम हत्या कर दी।
मृतक डिस्कॉम में काम लाइनमैन के रूप में काम करता था। हत्या के बाद सवेरे मृतक के परिजनों ने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में शव को पोस्टमार्टम के लिये ले जाने का विरोध जताया, इस पर काफी समझाइश के प्रयास किये गए। करीब दो-तीन घंटे के प्रयासों के बाद शन को मोर्चरी ले जाया गया। पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात को कोलरला निवासी सूजाराम (50) पुत्र हकमाराम कीर अपने घर के आंगन में सो रहा था। शनिवार सवेरे उसकी पत्नी और बेटी पपली उठी तो सूजाराम की चारपाई के नीचे खून बिखरा हुआ देखा। पास जाकर देखा तो उसकी गर्दन पर घाव था और सूजाराम कुछ बोल नहीं रहा था। इस पर उन लोगों ने आसपास के लोगों को बुलवाया। लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। सूजाराम के पास ही उसका नाती भी सो रहा था, लेकिन वह सुरक्षित था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सरपंच देवाराम मीणा, पूर्व उपसरपंच धन्नाराम रावल, लालाराम रावल समेत मृतक के परिजनों ने निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की। माउंट आबू डीएसपी प्रीति कंकाणाी व पिण्डवाड़ा एसडीएम जितेन्द्र पाण्डेय भी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे। मृतक के परिजनो ने मामले की गुत्थी नहीं सुलझने तक शव को पोस्टमार्टम के लिए सरूपगंज मोर्चरी ले जाने का विरोध किया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के निष्पक्ष जांच के आश्वासन व मामले को यथाशीघ्र सुलझाने के आश्वासन पर शव को मोर्चरी के लिए ले जाने दिया। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपर्द कर दिया। भावरी उपतहसीलदार रामलाल मीणा, गजेन्द्र रावल, निकेशकुमार समेत काफी संख्या में ग्रामीण व मृतक के परिजन मौजूद रहे। इस प्रकरण में सुजाराम की पुत्री पपली ने रिपोर्ट अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट देकर बताया कि उसके पिता सूजाराम व उसका बेटा रमेश शुक्रवार रात को खाना खाने के बाद घर के बाहर चारपाई पर सो गए थे। वह अपनी मां और पुत्र गोपाल के साथ घर के अंदर सो रही थी। सवेरे वह अपनी मां के साथ बाहर आई तो पिता की चारपाई के नीचे खून फैला हुआ देखा। किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके पिता की गर्दन पर धारदार हथियार से वार करके उनकी हत्या कर दी थी।