वेटिकन सिटी। वेटिकन ने आदेश जारी किया है कि रोमन कैथोलिक समारोह के दौरान जश्न मनाने के लिए ग्लुटेन-रहित ब्रेड का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए, भले ही वह जिनेटिकली मोडीफाइड विधि से बनाई गई हो। ग्लुटेन एक प्रोटीन है जो प्राकृतिक रूप से कई प्रकार के अनाजों में पाई जाती है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार वेटिकन के कांग्रेगेशन फॉर डिवाइन वर्शिप एंड द डिसिप्लीन ऑफ द सैक्रामेंट्स के कार्डिनल रॉबर्ट सारा ने शनिवार को पादरियों को भेजे खत में कहा है कि धार्मिक समागम में इस्तेमाल होने वाली ब्रेड में थोड़ी मात्रा में ग्लुटेन होना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि गेहूं में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन होनी चाहिए ताकि ब्रेड बनाने के लिए अतिरिक्त पदार्थो को मिलाने की जरूरत न पड़े। उन्होंने कहा कि इन नए नियमों की आवश्यकता थी क्योंकि ब्रेड अब सुपरमार्केट और इंटरनेट पर बेचे जा रहे हैं।
रोमन कैथोलिक मानते हैं कि धार्मिक समारोहों के दौरान परोसी जाने वाली ब्रेड और शराब रुपांतरण की प्रक्रिया के तहत ईसा मसीह के शरीर और रक्त में परिवर्तित होती है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान समारोहों में परोसी जाने वाली शराब भी शुद्ध और ‘प्राकृतिक’ होनी चाहिए और इसमें अन्य पदार्थो का मिश्रण नहीं होना चाहिए। खत में यह भी लिखा है कि यह आदेश पोप फ्रांसिस के अनुरोध पर जारी किया गया है।