भोपाल। बढ़ती महंगाई का असर अब जेब ही नहीं, सेहत और स्वाद पर भी पडऩे लगा है। रसोई गैस की बढ़ी कीमत से परेशान जनता की थाली से अब सब्जी भी दूर होती जा रही है। बात अगर मौसमी फल और सब्जियों की ही करें, तो उनके भाव भी कुछ कम नहीं है।
सब्जियों के दाम आने वाले समय में और भी बढऩे की आशंका है। जिन सब्जियों के मूल्यों में खासी बढ़त हुई है, उनमें प्याज से लेकर पालक, टमाटर, बैगन, भिंडी, परवल आदि शामिल हैं। सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं और वे मध्यम और निम्न वर्ग की पहुंच से बाहर होने लगी हैं।
राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर के बाजारों में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। औने-पौने दामों में किसानों द्वारा बेची गई प्याज आज 30 से 40 रुपए प्रति किलो के भाव में बिक रही है। वहीं, टमाटर, 50 से 70 रुपए किलो, लौकी 40 से 50, बैंगन 40 रुपए किलो बिक रहा है।
सब्जी विक्रेता बताते हैं कि दाम आवक और मौसम पर बहुत निर्भर करते हैं। सब्जी विक्रेताओं के बताए अनुसार हरी सब्जियों के दामों में उछाल आ सकता है। हरी मिर्च, टमाटर, परमल बड़े शहरों से आते हैं इन दिनों वहां से सब्जियों की आवक कम है, इसलिये मूल्य बढ़े हैं। मूल्य अभी और भी बढऩे की आशंका है।
मौसमी सब्जी भी सस्ती नहीं
इस बार मौसमी सब्जी के मूल्यों में भी किसी प्रकार की गिरावट नहीं देखी गई। गोभी, भिन्डी जैसी सब्जियों के भाव कम नही है जबकि अन्य मौसम में आने वाली सब्जियों के भाव भी कम नही है। सब्जी विक्रेता इसकी वजह बताते हैं कि ये सब्जियां शहर के आसपास मिलती हैं, लेकिन शहरों के रेट में उछाल होने की वजह से इनके दाम में भी फर्क नहीं आ रहा है।