नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को बताया कि भारतीय जनता पार्टी की संसदीय समिति की बैठक के दौरान वह उस वक्त भावुक होकर क्यों रो पड़े, जब उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तरफ से उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना गया।
उप राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद वेंकैया नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि जब मैं डेढ़ साल का था, मेरे सिर से मेरी मां का साया उठ गया। मैंने मेरी पार्टी को ही अपनी मां मान लिया और वह सचमुच में मुझे यहां तक लाई। पार्टी को छोड़ना बेहद दुखद है..यही कारण है कि मैं थोड़ा भावुक हो गया था।
उन्होंने कहा कि मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं एक निर्धन, किसान परिवार से आता हूं। मैं संपन्न पारिवारिक पृष्ठभूमि से नहीं हूं। वहां लोग कृषि के प्रति कटिबद्ध होते हैं, यही हमारी संस्कृति है।
नायडू ने कहा कि उस पृष्ठभूमि से यहां तक वह लोगों और भाजपा के समर्थन से पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कई जिम्मेदारियां संभालीं। मैंने आम लोगों तथा पार्टी के लोगों के साथ काम करने का आनंद लिया।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद सोमवार शाम वेंकैया नायडू को राजग का उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे।