नई दिल्ली। प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक और अभिनेता कसीनथुनी विश्वनाथ को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
सिनेजगत में यह देश का सर्वोच्च पुरस्कार है। इसकी घोषणा सोमवार हुई। इनकी कुछ प्रमुख फिल्मों में ‘सरगम’, ‘कामचोर’, ‘संजोग’, ‘जाग उठा इंसान’ और ‘ईश्वर’ शामिल हैं।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री एम. वैंकेया नायडू ने दादा साहेब फाल्के अवार्ड समिति द्वारा सिफारिश किए गए नाम को मंजूरी दी है। यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा के विकास और वृद्धि में उत्कृष्ट योगदान के लिए सरकार द्वारा दिया जाता है।
इस पुरस्कार के तहत स्वर्ण कमल, 10 लाख रुपए की नकद पुरस्कार और एक शॉल से सम्मानित किया जाता है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 3 मई को राष्ट्रीय राजधानी में यह सम्मान प्रदान करेंगे।
कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके विश्वनाथ ने 50 फिल्मों का निर्देशन किया है। इनकी फिल्में, दमदार विषय वस्तु, बेहतर कहानी, सांस्कृतिक प्रमाणिकता के लिए जानी जाती हैं।
विश्वनाथ का जन्म गुडीवाडा (आंध्र प्रदेश) में फरवरी 1930 में हुआ। विश्वनाथ ने पांच राष्ट्रीय पुरस्कार, 20 नंदी अवार्ड (आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित), लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड सहित 10 फिल्म फे यर पुरस्कार प्राप्त किए हैं। इन्हें 1992 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है।