हमीरपुर। विधान सभा चुनाव में प्रशासन ने एक ऐसे बुजुर्ग सफाई कर्मचारी की ड्यूटी लगा दी गयी जो गंभीर बीमारी के कारण चलने फिरने से भी मोहताज था। उसका बेटा गुरुवार को उसे गोद में उठाकर कलेक्ट्रेट आया तो वहं निर्वाचन आॅफिस में वह हांफने लगा। सहायक निर्वाचन अधिकारी ने बुजुर्ग को इलाज के लिये सरकारी हॉस्पिटल ले जाने को कहा। जैसे ही बेटा बीमार पिता को गोद में लिये हॉस्पिटल की ओर चला तो रास्ते में उसकी सांसे थम गयी। इस घटना से अधिकारियों में हडकंप मच गया है।
अशोक पुत्र हरप्रसाद निवासी सिकन्दरपुरा राठ नगर पालिका परिषद राठ में सफाई कर्मी था। वह काफी दिनों से बीमार चल रहा था। विधान सभा चुनाव में उसकी ड्यूटी जिला निर्वाचन कार्यालय हमीरपुर ने लगाई थी। परिजन उसे गोद लेकर सबसे पहले पालिका गये थे।
नगर पालिका परिषद राठ के ईओ ने इसकी हालत देख कहा कि चुनाव में ड्यूटी काटना उनके अधिकार में नहीं है। बताया जाता है कि बीमार कर्मी को परिजन लेकर शुक्रवार को हमीरपुर आये। बस स्टॉप से उसे गोद में लेकर दो सौ मीटर तक पैदल कलेक्ट्रेट ले गये। जैसे ही बीमार कर्मी को गोद में लिये बेटा संजय निर्वाचन आफिस गया तो सहायक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि इसे अस्पताल ले जाओ।
बेटा हांफते-हांफते अशोक को सरकारी हास्पिटल लेकर भागे तो रास्ते में ही उसकी सांसे थम गयी। परिजन रास्ते में दहाडे मारकर रोने लगे। सफाई कर्मी की मौत से राठ नगर पालिका परिषद के साथी कर्मियों में शोक की लहर दौड गयी है। निर्वाचन अधिकारी भी हतप्रभ है।
मृतक कर्मी के पुत्र संजय का कहना है कि पिता को कैंसर था। वह चलने फिरने से मोहताज थे। इलाज भी कराया जा रहा था। उसका कहना है कि चुनाव में उनकी ड्यूटी लगा दी गयी थी। जिसे कटवाने के लिये हमीरपुर इलेक्शन आफिस ले जाया गया था। सहायक निर्वाचन अधिकारी सुनील कुमार का कहना है कि ड्यूटी कटवाने की अर्जी दोपहर बाद मिली थी। जिसे कार्यवाही के लिये भेजा गया है।
उनका कहना है कि ड्यूटी काटने का अधिकार उन्हें नहीं है उसके प्रार्थना पत्र को कार्रवाई के लिये अग्रसारित कर दिया गया था। एडीएम डा.राजेश कुमार प्रजापति का कहना है कि उनके संज्ञान में अभी यह मामला नहीं है। फिर भी इस पूरे मामले को दिखावाया जाएगा। उनका कहना है कि कर्मी की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले हो गयी है। अब जो भी मदद होगी उसे नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।