अजमेर। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अनुशासन को जीवन का प्रमुख अंग बताते हुए कहा है कि इतिहास गवाह है कि अनुशासन में रहने वाले लोगों को ही अधिक सफलता मिली है। अंसारी ने गुरूवार शाम यहां मेयो कॉलेज में विद्यार्थियों के साथ सीधा संवाद करते हुए कहा कि देश में बदलाव अनुशासन के जरिए ही लाया जा सकता है। इसमें नागरिकों को भी अधिकारों के साथ अपने कर्तव्यों को निभाना होगा।…
बच्चों के साथ संवाद के दौरान अंसारी एक राजनीतिक के रूप में कम तथा मार्गदर्शक और अभिभावक की भूमिका में ज्यादा नजर आए। लगभग पौन घंटे तक चले संवाद के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा राजनीति, शिक्षा, आरक्षण, उच्च शिक्षा, महिला आरक्षण और प्रति पलायन संबंधी उठाए गए अनेक प्रश्नों के जवाब दिए। राजनीति को कॅरियर बनाने संबंधी बच्चों द्वारा पूछे गए प्रश्न पर अंसारी ने कहा कि उन्होंने राजनीति को अपना कॅरियर नहीं बनाया बल्कि राजनीति ने ही उन्हें चुना है और इसे अपना कॅरियर बनाकर उन्हें कोई अपराध बोध नहीं है।
देश में शिक्षा की अपेक्षा रक्षा में अधिक बजट के संबंध में पूछे गए सवाल पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि सरकार द्वारा रक्षा बजट पर प्राथमिकता देना कोई गलत नहीं है क्योंकि कई ऎसे खर्चे हैं जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि शिक्षा में अधिक स्रोत जुटाना जरूरी है। यह केवल सरकार के लिए ही नहीं बल्कि समाज के लिए भी चुनौती हैं।
देश में आरक्षण के प्रति बढ़ती प्रवृति के संबंध में उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गो को समान अवसर मिलना चाहिए लेकिन आरक्षण से ज्यादा जरूरी सभी वर्गो के सशक्तीकरण पर ध्यान देना जरूरी है। समाज के सभी वर्गो का सशक्तीकरण हो जाए तो आरक्षण की बढ़ती प्रवृति गौण हो जाएगी। देश की शिक्षा नीति के संबंध में उन्होंने कहा कि यह खराब नहीं है लेकिन समय के अनुसार इसमें बदलाव लाना होगा। शिक्षा नीति में व्यापक चर्चा होनी चाहिए और केवल अंक आधारित शिक्षा नहीं बल्कि ज्ञान आधारित शिक्षा को ही प्रमुखता मिलनी चाहिए।
देश की प्रतिभाओं के दूर जाने की बात को नकारते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग संसाधनों और सुविधाओं के कारण भले ही बाहर चले जाते हों। उन्होंने हाल ही में मंगल मिशन की चर्चा करते हुए कहा कि देश में सुविधाओं और संसाधनों की कमी के बावजूद वैज्ञानिकों ने विश्व में परचम फहराया है। हमें प्रतिभाओं को अधिक सुविधाएं और संसाधन प्रदान करना होगा।
दसवीं से बारहवीं कक्षा के बच्चों द्वारा महिला आरक्षण विधेयक के पारित नहीं होने लोकतंत्र में दोनों उच्च सदनों की आवश्यकता संबंधी प्रश्न भी किए गए जिसका जवाब देकर उन्होंने बच्चों की जिज्ञासा को शांत किया। प्रारंभ में मेयो कॉलेज के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की चर्चा करते हुए कॉलेज प्रशासन गत तीन सालों से यह अभियान चला रहे हैं और कॉलेज के छात्र रेलवे स्टेशन और रेल कोचों में सफाई करते हुए नागरिकों को भी जागरूक कर रहा है।