नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं कर सकती और इसलिए सरकार ने कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए संवाद का रास्ता चुना है।
अहिंसा विश्व भारती द्वारा 13वें स्थापना दिवस पर यहां आयोजित अहिंसा दिवस कार्यक्रम में नायडू ने कहा कि अहिंसा के बगैर समाज में शांति और सौहाद्र्र नहीं हो सकता। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास पर जोर दिया है, विकास के लिए समाज में शांति और सौहार्द्र आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि अहिंसा इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि हिंसा किसी भी चीज का समाधान नहीं कर सकती, यह सिर्फ बदले की भावना पैदा कर सकती है। इसीलिए सरकार ने कश्मीर में शांति के लिए संवाद के रास्ते पर चलने का हाल में निर्णय लिया।
सरकार ने पिछले 24 अक्टूबर को गुप्तचर ब्यूरो के पूर्व निदेशक, दिनेश्वर शर्मा को जम्मू एवं कश्मीर पर वार्ताकार नियुक्त करने की घोषणा की थी।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय संस्कृति बहुलवादी है और विविधता में एकता इसका मूल चरित्र है। उन्होंने आशा जाहिर की कि अहिंसा विश्व भारती संस्थान युवा पीढ़ी को अहिंसा के मार्ग से जोड़कर समाज और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भमिका निभाएगा।