सिरोही। ब्यावर-पिण्डवाड़ा के बीच नवनिर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-65 के पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के बाद भी एलएण्डटी की ओर से टोल वसूली किए जाने के खिलाफ संयुक्त संघर्ष समिति ने शनिवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। इधर, विरोध को देखते हुए शनिवार को भी उथमण के पास स्थित टोल प्लाजा पर टोल नहीं वसूला गया।
यह मार्ग 27 अप्रेल की बारिश के बाद से पूरी तरह से टूट गया था। बाहरी घाटे की टनल जिसके कारण इस मार्ग पर उथमण पर स्थित टोलबूथ संख्या टी-4 पर सर्वाधिक टोल वसूला जा रहा था वह भी बंद है। ट्रक, बस व वाहनों के ऑपरेटरों में इसे लेकर जबरदस्त असंतोष था। एनएचएआई व एलएण्डटी के इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने से अंततोगत्वा ट्रक यूनियन, बस ऑपरेटर्स, सुमेरपुर-शिवगंज टैक्सी यूनियन समेत उपखण्ड क्षेत्र के लोगों ने एक संयुक्त संघर्ष समिति बनाई।
बदहाल और टूटे खस्ताहाल सड़क पर जबरन टोल वसूली रोकने और अन्य प्रबंध व मार्ग के पूरी तरह से दुरुस्त नहीं होने तक टोल वसूली नहीं किए जाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया। इस दौरान इन लोगों ने नारेबाजी भी की। धरना स्थल पर शनिवार को जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया पहुंची और धरनार्थियों से बात की।
धरने में सुमेरपुर ट्रक ऑपरेटर्स यूनियन, टैक्सी यूनियन, गोडवाड बस ऑपरेटर्स यूनियन, उद्योग संघ केशरपुरा, सारणेश्वर उद्योग संघ के प्रतिनिधियों समेत जिला परिषद सदस्य कुलदीपसिंह, भाजपा नेता विरेन्द्रसिंह चौहान, दिनेश बिंदल, सूरजपालसिंह, लोकेश खण्डेलवाल, बलवंतसिंह, लक्ष्मणसिंह, हनवंतसिंह, अर्जुनसिंह, शातिलाल खण्डेलवाल, झोपसिंह, लसाराम, दीपसिंह, डूंगरसिंह, तलसाराम, आदि धरनास्थल पर पहुंचे और धरनार्थियों की मांगों का समर्थन करते हुए इसके निराकरण की आवश्यकता जताई।
टोल बंद
पालड़ी एम स्थित टोल नाके पर टोल की वसूली नहीं की जा रही है। विरोध के कारण गुरुवार रात को टोल वसूली बंद किए जाने के बाद से यहां पर वाहनों के टोल नहीं लिए जा रहे हैं।
लगाया लम्बा चौड़ा टेंट
धरना शुरू होने पर एलएण्डटी के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। वह आईआईटी चैन्नई के इंजीनियरों के के माध्यम से टनल को दुरुस्त किए जाने की दलील देते दिखे। इस दलील का धरनार्थियों पर कोई प्रभाव नहीं रहा। इधर, धरने को निरंतर जारी रखने के लिए यहां पर धरनार्थियों के खाने पीने की व्यवस्था भी कर ली गई है।
केन्द्रीय मंत्री से भी मिलेंगे
इधर, जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने बताया कि इस मामले में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से मुलाकात के लिए समय मांगा जाएगा। समय मिल जाने पर इस प्रकरण को उनके समक्ष रखा जाएगा।