नई दिल्ली। राज्य सभा के सभापति एम.वेकैंया नायडू ने शुक्रवार को विपक्षी सदस्यों के साथ बहस में शामिल होने पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल को फटकार लगाई। गोयल ने बाकी के सत्र के लिए सरकार के कामकाज की सूची पढ़ी, इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल खड़े हो गए और कहा कि सरकार कम समय के भीतर बहुत से विधेयकों को लाने की कोशिश कर रही है।
अग्रवाल ने कहा कि श्रीमान जी कार्य के 22 घंटे हैं, लेकिन संसद बहुत ज्यादा समय तक (इस सत्र में) कार्य करने नहीं जा रही। विधेयकों की संख्या वास्तविक होनी चाहिए। वे ऐसा सिर्फ प्रचार के लिए कर रहे कि सरकार बहुत से विधेयकों को पारित कराना चाहती है।
इस पर गोयल ने अग्रवाल की तरफ देखते हुए कहा कि सरकार इन सभी विधेयकों को लेकर गंभीर है, यह जनता के हितों से जुड़े हैं। यह भी बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) के पास थे। इन्हें तभी पेश किया जा सकता है यदि आप सदन को कार्य करने दें।
हालांकि, सभापति नायडू ने गोयल के इस व्यवहार पर नाराजगी जताई। नायडू ने कहा कि मंत्री विजय गोयल दूसरे सदस्यों के साथ बहस मत कीजिए। किसी भी सदस्य के पास कोई बात है तो उसे सभापति से कहनी चाहिए। सदन में सदस्यों या मंत्रियों या किसी को भी जिरह की इजाजत नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह सदन है, यहां सभापति हैं और नियम हैं। चिंता न करें, हर चीज का ख्याल रखा जाएगा। इसके कुछ मिनट बाद गोयल फिर से कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के साथ बहस में उलझ गए। आनंद शर्मा स्थगन की मांग कर रहे थे। शर्मा ने गोयल द्वारा बाधा डाले जाने पर सभापति से शिकायत की।
शर्मा ने कहा कि श्रीमान, मंत्री महोदय फिर से बाधा डाल रहे हैं। आप उन्हें ऐसा करने से रोकें।
इस पर नायडू ने फिर से बिना सदस्यों को संबोधित किए गोयल से कहा और वह बैठ गए। इसके बाद नायडू ने सदन को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया।