नई दिल्ली। पूर्व यूबी समूह के चेयरमैन और शराब कारोबारी विजय माल्या वित्तीय घोटाला मामले में शनिवार को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश नहीं हुए।
उन्होंने कहा कि बैंकों से कर्ज चुकाने संबंधित बातचीत के चलते उन्हें निदेशालय के समक्ष पेश होने में थोड़ा और समय लगेगा। उन्होंने मई के अंत तक का समय मांगा है।
इससे पहले माल्या 18 मार्च और 2 अप्रेल को भी ईडी के समन पर पेश नहीं हुये थे। माना जा रहा है कि लगातार ईडी के नोटिस पर पेश न होने वाले माल्या का पासपोर्ट रद्द किया जा सकता है और उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जा सकता है।
उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को माल्या को 21 अप्रेल तक अपने और अपने परिवार की संपत्ति का ब्यौरा देने को कहा था। न्यायालय ने कहा था कि यदि माल्या कर्ज चुकाना चाहते हैं तो उनका भारत में होना बेहद ज़रुरी है।
धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत तीन बार से ज्यादा समन पर न पहुंचने पर कार्रवाई की जानी चाहिये। अभी तक माल्या को जांच अधिकारी छूट देते आए थे। माना जा रहा है कि माल्या वर्तमान में लंदन में रह रहे हैं।