सबगुरु न्यूज-सिरोही। कृष्णगंज बुधवार को 21 वी शताब्दी में उस तरह के पलों को एक बार फिर गवाह बना जो पल वैदिक, पौराणिक और प्राचीन भारत में बहुधा देखे जाते थे।
सामुहिकता के पल, विकास के पल, एकजुटता का पल, सहकार के पल, विकास की समेकित संकल्पना के पल। करीब दो हजार से ज्यादा ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत यहां के गवाई तालाब में श्रमदान किया। इस कार्य में प्रशासन के अधिकारी और कार्मिक भी लगे तथा फोटो खिंचवाने के लिए ही सही कुछेक तगारियां प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी और उनकी पार्टी के अल्पकालीन विशिष्ट लोगों ने भी उठाई। वैसे ग्रामीणों में यहां उत्साह देखते ही बन रहा था।
यहां दिखा नया दौर
यहां के गवई तालाब में श्रमदान के लिए बनी मानव शृंखला ने एक बार फिर दिलीप कुमार के नया दौर फिल्म के साथी हाथ बढाना गीत के दृश्यों को आंखों के सामने ला दिया। एकला चलो के स्वार्थ को त्याग कर एक अकेला थक जाएगा मिलकर बोझ उठाना का भाव बुधवार को कृष्णगंज के ग्रामीणों ने नजर आया।
volutiers bind hand in hand in krishnganj
ढाई हजार से ज्यादा ग्रामीण
कृष्णगंज के गवाई तालाब की खुदाई यूं तो मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत हुई, लेकिन ग्रामीणों को सहयोग इसमें अधिकार की भावना जगाने के लिए लिया गया। इसके लिए ग्रामीणों का पैसा लगा और उनकी मेहनत भी। करीब ढाई हजार ग्रामीण, 500 सरकारी कार्मिक, एक दर्जन जेसीबी और सत्तर के आसपास ट्रेक्टर्स मिट्टी ढोने के लिए लगे।
यह लोग थे शामिल
प्रभारी मंत्री यहां देर से पहुंचे। श्रमदान सुबह ही शुरू कर दिया गया था। जिला क्लेकटर वी सरवणजी की मौजूदगी मे एडीएम पीसी नागा,एसडीएम ओपी विश्नोई,तहसीलदार विरेन्द्रसिह भाटी,बीडीओ हिरालालजी, एसपी संदीपसिहजी,एएसपी प्रेरणाजी, एसडीएम पिण्डवाडा,डीएसपी रेवदर,जिला आबकारी अधिकारी समेत पूरा जिला प्रशासन के साथ सभी विभागो के अधिकारी व कामिॅको व करीब सौ स्काऊट व पुलिस के जवानो ने भी श्रमदान किया। जिला प्रमूख पायलजी,भाजपा जिला अध्यक्ष लूंबाराम चैधरी ,भाजयुमो के हेमंत पुरोहित के साथ भाजपा कार्यकताओ ने दिनभर श्रमदान किया।
क्लिक जो रहा चर्चित
काम मेहनत का था और सराहनीय भी, लेकिन श्रमदान के दौरान का एक फोटो ऐसा भी था, जिसका आनन्द लेते सोशल मीडिया पर लोग दिखे। यह फोटो हैं प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी के श्रमदान का। जब तगारी सिर पर उठाकर पाल पर डालने निकले तो उनके पीछे सभी नेता, अधिकारी और पदाधिकारी भागते हुए नजर आए। अब बकौल टिप्पणीकार उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा था कि ये लोग मंत्री जी को संभालने के लिए उनके पीछे हुए थे या उनकी तगारी को। किसी को तो यह समझ नहीं आया कि भाई जब मंत्री जी तगारी उठा रहे थे तो उनके साथ फोटो में नजर आए बाकी लोग भी तगारी उठा लेते तो कौनसे छाले पड जाते। इस तस्वीर में इस अदभुत नजारे को हाथ मंे तगारी लेकर निहारती ग्रामीण महिला के चेहरे के हावभाव भी किसी न किसी अचरच को बयान करते नजर आ रहे हैं।