किरकुक। आईएसआईएस का झंडा जलाने के आरोप में आतंकियों ने इराक के दो गांवों के करीब 170 लोगों को बंधक बनाया है। खुफिया अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए जानकारी दी कि किरकुक प्रांत के अल-शजारा और घारीब गांवों से आतंकियों ने इन लोगों को बंदी बनाया है।
जानकारी के अनुसार करीब 30 वाहनों पर सवार होकर आतंकी यहां पहुंचे और गांव के कई लोगों को बंधक बनाकर हवीजा ले गए। अल-शजारा के एक निवासी ने बताया कि महिलाओं ने आईएस उग्रवादियों से निवेदन किया कि वे इन लोगों को नुकसान न पहुचाएं। जिसके जवाब में आतंकियों ने कहा कि वे उन लोगों को ही सजा देंगे जो झंडा जलाने के लिए जिम्मेदार है।
वहीं, घारिब गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि उग्रवादी गांव के करीब 90 लोगों को अपने साथ ले गए । निवासी ने कहा कि आतंकी उन 15 लोगों की तलाश कर रहे हैं जिन्होंने उनका झंडा जलाया था। गौरतलब है कि इन गांवों में आईएस के दो झंडे जलाए गए थे, इसके बाद जिहादियों ने यह कार्रवाई शुरु की है।
उत्तरी सीरिया में मारा गया आईएस का सउदी मौलवी
बेरूत। उत्तरी सीरिया के कोबानी में कुर्द बंदूकधारियों और जिहादियों के बीच भीषण संघर्ष में आईएस का एक सउदी मौलवी के मारे जाने की सूचना मिली है।
ब्रिटेन स्थित सीरियाई ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि उत्तरी सीरिया के कोबानी में कुर्दिश लड़ाकों के साथ मुठभेड़ में ओथमन अल नजेह अल असीरी ढेर हो गया। आईएस के नियंत्रण वाले इलाकों से संचालित हो रहे रक्का मीडिया सेंटर सहित फेसबुक पेजों और ट्विटर अकाउंट्स में भी यह सूचना वायरल हो गई हैं कि कोबानी में अमरीका नीत गठबंधन के हवाई हमलों में अल असीरी मारा गया है।