सिरोही। छात्रसंघ चुनाव के दौरान जिला पुलिस की दिन भर की मेहनत को अंतिम क्षणों की लापरवाही ने विवादों में डाल दिया। चुनाव में एबीवीपी के प्रत्याशी के जीतने पर एक युवक कॉलेज के सामने बनाए प्रतिबंधित जोन में घोडा लेकर घुस गया और पुलिस मूक दर्शक बनकर देखती रही। इसी को लेकर चुनाव के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थकों ने हंगामा कर दिया। पुलिस की हाय-हाय तक हो गई।
राजकीय महाविद्यालय में बुधवार को छात्रसंघ चुनाव के परिणाम घोषित होते ही मनोज पुरोहित नाम का युवक घोडा लेकर सर के एम स्कूल के पास की बेरिकेटिंग को पार करता हुआ कॉलेज परिसर के मुख्य द्वार तक चला गया। इस तरह से घुसने पर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के चुप रहने को मुददा बना दिया। वैसे लिंगदोह कमेटी की सिफारिशो के अनुसार यह आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है, लेकिन पुलिसकर्मियों घोडे पर सवार युवक को नहीं रोकने पर निर्दलीय प्रत्याशी भगवतसिंह के समर्थक नाराज हो गए। बाद में यह लोग एकत्रित होकर कोतवाली पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद अहिंसा सर्किल पर एकत्रित होकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस अधीक्षक समीरकुमार भी यहां पहुंच गए। यहां पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात था। पुलिस अधीक्षक के पहुंचने पर पुलिसकर्मियों ने इन युवकों को यहां से हटाया। बाद में पुलिस अधीक्षक ने जब घोडे के संबंध में फीडबैक लिया तो सर केएम चौराहे पर तैनात जो पुलिस अधिकारी लापरवाही पूर्ण जवाब देकर उसके घोडा लेकर घुसने को सही बताने का प्रयास कर रहे थे वही बगले झांकते हुए ऐसा प्रतीत करने लगे जैसे उन्हें इस घटना और इसे करने वाले युवक की जानकारी ही नहीं हो। पुलिस अधीक्षक ने इस तरह की हरकत को गंभीर बताया और कोतवाल दिनेषकुमार से भी इसकी जानकारी ली। वैसे जब नॉन कॉलेजियेट मनोज पुरोहित घोडा लेकर बेरिकेटिंग को हटाकर कॉलेज के सामने पहुंच गया तो चुनाव में दूसरे नम्बर रहे निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थकों ने यह कहते हुए पुलिस की निंदा की कि उन्होंने खुद अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को अंदर नहीं आने दिया और नॉन कॉलेजियेट को ऐसी इजाजत दे दी। एक आला अधिकारी तो विवाद से पहले सर के एम स्कूल चौराहे पर यह कहते दिखे कि निकाल दिया तो निकाल दिया कौनसा धारा 144 लगी हुई थी। अहिंसा सर्किल पर पुलिस अधीक्षक की ओर से घोडे के बारे मे पूछने पर बगले झांकते हुए अनजान बनने का नाटक करते दिखे।
यह रहे जिले में चुनाव परिणाम
जिले में चार राजकीय व 2 निजी महाविघालय के छात्रसंघ चुनाव कडी सुरक्षा के मध्य हुए। चार राजकीय महाविद्यालयों में से दो महाविद्यालयों पर एबवीपी का तो एक कॉलेज पर एनएसयूआई व एक अन्य कॉलेज पर निर्दलीय प्रत्याषी अध्यक्ष बना। जीत के बाद विजेताओं में खुषी का माहौल देखा गया।
सिरोही राजकीय महाविद्यालय में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के नारणाराम चौधरी व उपाध्यक्ष पद पर पिंकी राजपुरोहित विजेता रही। वहीं महासचिव पद एनएसयूआई की मानसी राठौड व संयुक्त सचिव पर एबीवीपी के प्रतापसिंह विजयी रहे।
सिरोही के ही राजकीय महिला महाविद्यालय में चारों पदों पर एनएसयूआई विजयी रहीं। यहां अध्यक्ष पर एनएसयूआई की ज्योति तौलानी, उपाध्यक्ष पर सेेजल कंुवर, महासचिव पर नरगिस बानों व संयुक्त सचिव पद पर लता पंवार विजयी रही।
आबूरोड के राजकीय महाविद्यालय में अध्यक्ष पर निर्दलीय प्रत्याषी आकाष चौहान, व उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के कृपालसिंह, महासचिव पद पर एबवीपी की पूजा मेहता तथा संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के भरतकमार विजयी रहे।
उधर षिवगंज के राजकीय महाविद्यालय में अध्यक्ष पद पर एबवीपी के महिपाल सिंह, उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के मनीष कुमार, महासचिव पद पर, एबीवीपी के नरेषकुमार तथा संयुक्त सचिव व पद पर एबीवीपी के सुरेषकुमार विजयी रहे।