इलाहाबाद। यूपी के इलाहाबाद में सोमवार रात एक छात्रा की रोडवेज बस से कुचलकर मौत के बाद बवाल हो गया। आक्रोशित लोगों ने पांच बसों समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
एसपी सिटी की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त कर दी गई। स्थिति पर नियंत्रण के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर डीआईजी विजय कुमार, जिलाधिकारी संजय कुमार और एसएसपी शलभ माथुर समेत सभी आलाधिकारी पहुंच गए। पीएसी और आरएएफ को भी बुला लिया गया।
उपद्रव के चलते इलाहाबाद-लखनऊ हाईवे पर लंबा लाम लग गया। लगभग तीन घंटे के उपद्रव के बाद पुलिस स्थिति पर नियंत्रण पा सकी। फिर रात करीब साढ़े दस बजे हाईवे पर आवागमन प्रारम्भ हो सका।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हमीरपुर जिले के रहने वाले जगलाल की 16 वर्षीया बेटी मोनिका पढ़ाई के लिए तेलियरगंज स्थित टीबी कालोनी में अपनी बहन मिथलेश के साथ रहती थी। पुलिस ने बताया कि मोनिका देर शाम करीब सात बजे अपनी बहन मिथलेश के साथ एक कोचिंग से लौट रही थी।
रास्ते में चुंगी के समीप एक प्राइवेट बस ने उसे कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इस दौरान दो युवक भी घायल हो गए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने सौ नम्बर डायल किया। पुलिस को पहुंचने में देर हुई तो लोग आक्रोशित हो गए और सड़क पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया।
थोड़ी देर बाद गुस्साए लोग तोड़-फोड़ व आगजनी करने लगे। आक्रोशित भीड़ ने दो प्राइवेट बस, चार रोडवेज बस, एक टैंकर तथा तीन बाइकों को आग के हवाले कर दिया। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची बवाल काफी बढ़ चुका था।
पुलिस ने पहुंचते ही आक्रोशितों पर लाठी चार्ज कर दिया, जिससे भीड़ काफी उग्र हो गई और पत्थरबाजी करने लगी। एसपी सिटी के वाहन को भी गुस्साए लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान पूरे तेलियरगंज की बिजली काट दी गई थी।
उपद्रवियों ने एक टॉकिज को भी फूंकने का प्रयास किया जिसे फोर्स ने विफल कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख मौके पर कई थानों की पुलिस बुला ली गई तो गुस्साये लोगों ने पत्थरबाजी शुरु कर दी। इससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
आग पर काबू पाने के लिए अग्नि शमन दस्ते के लोग भी पहुंचे। लेकिन आक्रोशित लोगों ने जमकर पथराव किया और फायरिंग करने लगे। हालात बेकाबू होता देख पीएसी और आरएएफ बुला ली गई। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां भी दागनी पड़ी।
एसएसपी शलभ माथुर ने खुद हवाई फायरिंग कर उपद्रवियों को काबू करने की कोशिश की। गोली चलने के बाद उपद्रवी भागे, लेकिन बवाल पूरी तरह थमा नहीं था। रात साढ़े नौ बजे तक लखनऊ रोड पर कई किलोमीटर तक और इलाहाबाद में बेली अस्पताल चैराहे तक सैकड़ों की संख्या में वाहन जहां के तहां खड़े थे।
रात करीब दस बजे स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सका। समाचार लिखने तक मौके पर भारी पुलिस फोर्स तथा आरएएफ के जवान तैनात रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि यूपी 100 डायल करने पर भी पुलिस को पहुंचने काफी देर लगी, जिससे मामले ने तूल पकड़ लिया।
उप्र पुलिस ने हाल ही में यूपी 100 नेटवर्क इस दावे के साथ शुरु किया कि 100 नम्बर पर अब डायल करते ही दस मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंच जाएगी। लेकिन इलाहाबाद में पुलिस के इस दावे का दो दिन के अंदर ही पोल खुल गई।