सहारनपुर। यूपी के सहारनपुर में पिछले 20 दिनों से बार-बार बवाल हो रहा है। मंगलवार को उपद्रवियों ने जिले के चार चौराहों पर जाम लगा दिया और जमकर हंगामा किया। दो बाइकों और पुलिस के 3 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की गई।
आलम यह था कि मौके पर पहुंचे सीओ (सिटी) को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। एसएसपी समेत अन्य आला अधिकारी हालात पर काबू पाने में जुटे हैं।
पिछले शुक्रवार को सहारनपुर के बडगांव में महाराणा प्रताप की जयंती के जुलूस को लेकर बवाल हो गया था। पथराव में एक युवक की मौत हो गई थी, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वाले की शिनाख्त सुमित पुत्र ब्रह्मसिंह के रूप में हुई थी।
इसी घटना को लेकर एक समुदाय ने पंचायत बुलाई थी, जिसे प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी। इसके बाद भीम आर्मी और अन्य दलित संगठनों ने थाना सदर बाजार के मल्हीपुर रोड और चिलकाना के हलालपुर में जाम लगा दिया और जमकर उत्पात मचाया। जाम हटाने पहुंची पुलिस पर भी उपद्रवियों ने हमला कर दिया। पत्थरबाजी में सीओ सिटी किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे।
इससे पहले सबीरपुर गांव में महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष्य में शोभायात्रा निकाली जा रही थी, उसी दौरान दलितों ने पथराव कर दिया। इससे तनाव बढ़ गया और दूसरे पक्ष के लोगों ने दलितों के घरों में आग लगा दी। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ। इसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि गोलीबारी भी शुरू हो गई।