सबगुरु न्यूज-सिरोही। शहर में अतिक्रमण और अवैध निर्माण के प्रति दिन में आंख मूंदे रहने वाली नगर परिषद के कार्मिक किस तरह से रात को हो रहे निर्माण कार्य को रोकने के लिए चौंकन्ने हैं इसका पता रविवार को व्हाट्स एप पर वायरल हुए वीडियो क्लिप से चल जाता है।
सिरोही नगर परिषद के कार्मिक शुक्रवार रात साढ़े नौ बजे तीन बत्ती चौराहे पर चल रहे कथित अवैध निर्माण को रोकने के लिए पहुंचे। वहां पर इनके कथित दुव्र्यवहार के कारण लोगों का रोष झेलते हुए देखा जा सकता है।
व्हाट्स एप पर रविवार सवेरे एक वीडियो वायरल हुआ। इसे देखने के बाद लोगों में और आम जनता में इस मुद्दे को लेकर चर्चा शुरू हो गई। वीडियो क्लिपिंग में सिरोही नगर परिषद के कार्मिक तीन बत्ती चौराहे पर लोगों से घिरे हुए हैं। वहां पर कुछ लोग उन पर बिगड़ रहे हैं।
उनकी वीडियो क्लिप बनाने के लिए कुछ लोग उनका चेहरा ऊपर करने के लिए उनका हाथ पकड़ते हुए नजर आ रहे हैं। लोगों का हंगामा देखकर सेनेटरी इंस्पेक्टर वहां से रवाना होते हुए भी नजर आ रहे हैं।
-यह है मामला
तीन बत्ती चौराहे पर आदर्श कॉ-ओपरेटिव बैंक के सामने दो केबिनें थीं। इस स्थान पर एक सप्ताह पहले पक्का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इसे नगर परिषद ने कुछ दिन पहले यह दलील देते हुए रोक दिया था कि यह निर्माण रोड लाइन में आ रहा है और यहां पर किसी का निर्माण नहीं हो सकता। दलील यह भी थी कि यह प्रकरण न्यायालय में भी विचाराधीन है। जानकारी के अनुसार यहां पर शुक्रवार रात को निर्माण कार्य फिर से शुरू करने पर नगर परिषद के कार्मिक कथित रूप से इसे रुकवाने के लिए पहुंचे। वहां पर इनसे उनकी बहस हो गई। विवाद इस कदर बढ़ा कि लोगों ने इन पर कई आरोप लगाते हुए उन्हें घेर लिया। मौके पर लोगों का जमावड़ा देखते हुए सेनेटरी इंस्पेक्टर वहां से रवाना हो गए।
-एनओसी के लिए आवेदन किया
आरोप यह भी है कि तीन बत्ती पर जिस स्थान पर निर्माण कार्य रुकवाने के लिए नगर परिषद के कार्मिक पहुंचे थे, वहां पर हुई नगर परिषद के कार्मिक द्वारा कथित रूप से दुव्र्यवहार की रिपोर्ट निर्माण कर्ता ने पुलिस में भी दी। इसमें कई आरोप भी लगाए।
निर्माण कर्ता ने बताया कि वह नगर परिषद में निर्माण की एनओसी के लिए आवेदन कर चुके हैं, लेकिन काफी समय बीतने पर भी निर्माण की अनुमति नहीं मिली।
-जहां की शिकायत वहां कार्रवाई नहीं
नगर परिषद में भाजपा के पार्षद और भाजपा नगर महामंत्री शंकरसिंह परिहार ने इस मामले की निंदा करते हुए कहा कि नगर पालिका अधिनियम के तहत नगर परिषद का कोई कार्मिक रात को अतिक्रमण व निर्माण तोडऩे के लिए जा नहीं सकता।
उन्होंने आरोप लगाया कि शहर में कई अवैध निर्माणों की सूचना लिखित रूप में पार्षदों ने नगर परिषद में दी हुई है और इसके लिए बोर्ड की बैठक में भी प्रस्ताव लिया गया, लेकिन नगर परिषद अधिकारी उन कॉम्पलेक्सों और व्यावसायिक निर्माणों को रोकने के लिए कभी नहीं गए। यहां रात को भी पहुंच गए।
-इनका कहना है…
तीन बत्ती चौराहे पर शुक्रवार रात्रि को क्या विवाद हुआ मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैने ही वहां पर अवैध निर्माण रुकवाने के लिए भेजा था।
रामकिशोर माहेश्वरी
आयुक्त, नगर परिषद, सिरोही।