नई दिल्ली। इस साल कई कीर्तिमान अपने नाम करने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम मंगलवार को एक और कीर्तिमान जुड़ गया। कोहली फिरोजशाह कोटला मैदान पर श्रीलंका के साथ जारी तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन अपनी 50 रनों की पारी के दौरान तीन सीरीज में 600 से अधिक रन बनाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
कोहली ने श्रीलंका के साथ जारी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में कुल 610 रन जुटाए हैं। इसके अलावा कोहली ने 2016-17 सत्र में इंग्लैंड के खिलाफ 655 और 2014-15 सत्र में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 692 रन बना चुके हैं।
श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा सीरीज में कोहली ने तीन टेस्ट की पांच पारियों में एक बार नाबाद रहते हुए कुल 610 रनों का आंकड़ा छुआ। कोहली ने कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में 0 पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में 104 रनों का नाबाद पारी खेली थी। इसके बाद कोहली ने नागपुर टेस्ट में 213 बनाए। भारत ने यह मैच पारी के अंतर से जीता था।
दिल्ली टेस्ट में कोहली ने पहली पारी में 243 रनों की बेहतरीन पारी खेली और लगातार तीन दोहरे शतक लगाने वाले पहले कप्तान बने। इसके बाद कोहली ने दूसरी पारी में 50 रनों की पारी खेली। इस सीरीज में उनका औसत 152 का रहा। इस सीरीज में कोहली ने 82.21 के स्ट्राइक रेट से 57 चौके और चार छक्के लगाए।
इससे पहले कोहली ने बीते साल इंग्लैंड के साथ हुए पांच मैचों की सीरीज की आठ पारियों में दो बार नाबाद रहते हुए 655 रन बटोरे। इस सीरीज में उनका सर्वोच्च योग 235 रहा। कोहली ने 60.87 के स्ट्राइक रेट से कुल 72 चौके और एक छक्का लगाया। इस सीरीज में कोहली के बल्ले से दो शतक और दो अर्धशतक निकले।
कोहली ने राजकोट में खेले गए पहले टेस्ट में 40 और नाबाद 49 रन बनाए। इसके बाद विशाखापट्टनम में उनके बल्ले से 167 और 81 रनों की पारियां निकलीं। मोहाली में कोहली ने 62 और नाबाद 6 रन बना बनाए। मुम्बई में कोहली ने 235 रनों की पारी खेली और फिर चेन्नई में 15 रनों की पारी खेली।
कोहली ने पहली बार किसी सीरीज में 600 से अधिक रनों का आंकड़ा साल 2014 में छुआ था। आस्ट्रेलिया के साथ आस्ट्रेलिया में हुई चार मैचों की सीरीज में कोहली ने आठ पारियों में 86.50 के औसत से कुल 692 रन बटोरे थे। इस सीरीज में कोहली ने चार शतक और एक अर्धशतक लगाए थे।
इस सीरीज में कोहली ने 77 चौके और एक छक्का लगाया। कोहली ने एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाया था। उनके बल्ले से 115 और 114 रन निकले थे। इसके बाद हालांकि, वह ब्रिस्बेन टेस्ट में नाकाम रहे। इस टेस्ट में वह 19 और 1 रन ही बना सके थे।
कोहली ने इस नाकामी की भरपाई मेलबर्न टेस्ट में की और 169 तथा 54 रनों की पारी खेली। इस टेस्ट में ही उन्होंने सीरीज की अपनी सबसे बड़ी पारी खेली। कोहली के बल्ले ने सिडनी टेस्ट में रन उगले। पहली पारी में वह 147 रन बनाने में सफल रहे और फिर दूसरी पारी में 46 रनों की अच्छी पारी खेली।