चंडीगढ़/भीलवाडा। राष्ट्रपति ने राजस्थान के कद्दावर भाजपा नेता वी.पी सिंह बदनोर को पंजाब का राज्यपाल नियुक्त किया है। बुधवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने पंजाब, मणिपुर, आसाम के नये राज्यपालों के नाम पर अपनी मुहर लगा दी।
पंजाब में राज्यपाल का पद काफी लम्बे समय से खाली चल रहा था। हरियाणा के राज्यपाल प्रो कप्तान सिंह सोलंकी के पास इसका चार्ज था। हालांकि राज्यपाल सोलंकी ने पंजाब का चार्ज तो ले लिया था, लेकिन वह हरियाणा के राज्यपाल आवास में ही रहते थे।
पंजाब के राज्यपाल को लेकर काफी दिनों से कई नामों की चर्चा चल रही थी। जिसमें गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनन्दीबेन पटेल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा था।
इसी बीच सारे अटकलों को विराम लगाते हुए केन्द्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने पंजाब केे राज्यपाल के लिए राजस्थान के भीलवाड़ा जनपद के मूल निवासी कद्दावर भाजपा नेता वीपी सिंह बदनोर के नाम पर अपनी मुहर लगा दी।
पंजाब के नवनियुक्त राज्यपाल वीपी सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की विद्यार्थी जीवन से ही प्रारम्भ कर दिया था। 1975 में लगे आपातकाल के विरोध में भी वी.पी सिंह बदनोर को जेल भी जाना पड़ा था। जेल से निकलने के बाद पहली बार से वर्ष 1977 में विधायक के रूप में विधायक चुने गए।
इसके बाद वर्ष 1985 व 1993 में विधायक व 1998 में राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे। इसकेे बाद से लगातार 1999 व 2004 में लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए। इस दौरान वीपी सिंह संसद के विभिन्न कमेटियों के सदस्य भी रहे। भाजपा ने इनके अनुभवों को देखते हुए इसके बाद 2010 में पुनः राज्यसभा में भेजा।