नई दिल्ली। गुजरात में दूसरे चरण के चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को कहा कि राज्य में वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीनों की 100 प्रतिशत उपलब्धता से चुनाव प्रकिया में मतदाताओं का आत्मविश्वास बढ़ा है।
आयोग ने कहा कि ईसीआई की कड़ी सुरक्षा और प्रशासनिक प्रोटोकोल ने चुनावी धांधली की कोई संभावना नहीं छोड़ी है।
आयोग ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने दूसरे चरण के मतदान के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) और वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल(वीवीपैट) के इस्तेमाल के लिए मजबूत प्रशासनिक सुरक्षा उपाय व प्रोटोकाल तय किए हैं।
राज्य में नौ दिसंबर को हुए पहले चरण के मतदान में विभिन्न जगहों से ईवीएम व वीवीपैट में गड़बड़ी को लेकर 100 से ज्यादा शिकायतें दर्ज कराई गई थीं। कांग्रेस नेता अर्जुन मोधवाडिया ने आरोप लगाया था कि पोरबंदर में ईवीएम को ब्लूटूथ से जोड़ा जा सकता था और इसमें छेड़छाड़ की जा सकती थी।
हालांकि गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीबी सवैन ने ऐसे किसी भी तरह के आरोपों से इंकार किया था और कहा था कि ये आरोप निराधार हैं। विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर खासकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सवाल उठाए हैं।
चुनाव आयोग ने मंगलवार को नौ दिसंबर को हुए चुनाव के लिए चुनावी धांधली की किसी भी तरह की संभावना पैदा नहीं होने देने के लिए, अपने मजबूत प्रशासनिक सुरक्षा उपाय व प्रोटोकोल को धन्यवाद दिया।
चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम और वीवीपैट में काफी कम मात्रा में तकनीकी समस्यता पाई गई, जिसे तत्काल ही मशीन बदलकर सुलझा लिया गया।