नई दिल्ली। देश के 91 प्रमुख जलाशयों में 59.335बीसीएम (अरब घन मीटर) जल का संग्रहण आंका गया है जो कि इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 38 प्रतिशत प्रतिशत है।
जानकारी के अनुसार गत 04 फरवरी तक हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश और त्रिपुरा में पिछले वर्ष की तुलना में संग्रहण की स्थिति बेहतर रही वहीं पंजाब,राजस्थान, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड,मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल तथा तमिलनाडु में जल संग्रहण की मात्रा कम रही।
इन 91 जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता 157.799 बीसीएम है जो देश की अनुमानित संग्रहण क्षमता 253.388 बीसीएम का लगभग 62 प्रतिशत है। इन 91 जलाशयों में से 37 जलाशय में पनबिजली की सुविधा है जिनमें 60 मेगावाट से ज्यादा बिजली पैदा करने की क्षमता है।
उत्तरी क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश, पंजाब तथा राजस्थान के क्षेत्रों में मौजूद जलाशयों की कुल उपलब्ध संग्रहण क्षमता 7.42 बीसीएम हैं जो कि इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 41 प्रतिशत है। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 14.66बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 81 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 76 प्रतिशत थी।
इसी प्रकार पूर्वी क्षेत्र में झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं त्रिपुरा क्षेत्र में18.83 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 15 जलाशय हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 9.77 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 52 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 64 प्रतिशत थी।
पश्चिमी क्षेत्र में गुजरात तथा महाराष्ट्र क्षेत्र में 27.07 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 27 जलाशय हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 9.14बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल क्षमता का 34 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थित 54 प्रतिशत थी।
मध्य क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में 42.30बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 12 जलाशय हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 19.50 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का46 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति56 प्रतिशत थी।
दक्षिणी क्षेत्र में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, (दोनों राज्यों में दो मिश्रित परियोजनाएं) कर्नाटक, केरल एवं तमिलनाडु के क्षेत्रों में 51.59 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 31 जलाशय हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 13.51 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 26 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 37 प्रतिशत थी।