नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने रविवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम द्वारा पूछे गए 20 सवालों का जवाब देने के लिए 2-3 दिनों का वक्त मांगा है।
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रविवार को टैंकर घोटाले में शीला दीक्षित से पूछताछ के लिए उनके निवास पर जाकर 20 सवालों की लिस्ट सौंपी है।
इसके बाद शीला दीक्षित ने रविवार को कहा कि एसीबी ने जवाब देने के लिए कोई समय सीमा नहीं दी है। कई जानकारियां हैं जो मुझे याद नहीं है। शीला दीक्षित के लिखित जवाब देने के बाद ही अब एसीबी इस मामले में उनसे पूछताछ करेगी।
इससे पहले एसीबी ने शीला दीक्षित को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था। टैंकर घोटाले में उनके खिलाफ अरविंद केजरीवाल की सरकार ने जांच कराई थी और शीला दीक्षित की सरकार पर 400 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था।
दरअसल, केजरीवाल सरकार ने शीला के खिलाफ जांच कराने के बाद काफी वक्त तक उस रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर घोटाले को दबाने और शीला दीक्षित को बचाने का आरोप लगाया। बीजेपी की शिकायत के बाद एएसबी ने आम आदमी पार्टी के नेताओं से भी पूछताछ की।