शिमला। हिमाचल प्रदेश में मौसम ने फिर करवट ली है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ऊंची चोटियों पर कल रात से रूक-रूक कर बर्फबारी हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जनजातीय क्षेत्रों लाहौल-स्पिति, किन्नौर, चंबा के पांगी, पर्यटन नगरी मनाली और धौलाधार की पहाडि़यों पर हिमपात हुआ है, जबकि कुछ क्षेत्रों में वर्षा की सूचना है।
मौसम में अचानक आए इस बदलाव से शीतहर फिर तेज हो गई है और पहाड़ी इलाके ठण्ड की चपेट में आ गए हैं। बर्फबारी के चलते मनाली-रोहतांग मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है। दिवाली से एक दिन पहले मौसम के करवट लेने से लोगों को उत्सव की खरीददारी करने में परेशानी का सामना करना पड़ा। बीते 24 घंटों के दौरान धर्मशाला, बैजनाथ, गग्गल, पालमपुर और नूरपुर में हल्की वर्षा हुई है।
मौसम में आए इस बदलाव से तापमान में गिरावट आई है। रोहतांग, केलंग व कल्पा में न्यूनतम तापमान शून्य के करीब पहुंच गया है। केलंग राज्य का सबसे ठण्डा स्थान रहा। यहां न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कल्पा में पारा 2.6, मनाली 4.6 और राजधानी शिमला में 8.6 डिग्री रहा।
राजधानी शिमला में भी आज तेज हवाओं के साथ बुंदाबांदी हुई। दीवाली से एक दिन पूर्व हुई इस ठंड का असर यहां के बाजारों में भी दिखा हालांकि दोपहर बाद मौसम ने फिर करवट बदली और कुछ समय के लिए सूर्यदेव ने भी दर्शन दिए जिसके बाद दीवाली की शाॅपिंग के लिए लोग बाजारों में उमड़े।
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि आगामी चैबीस घंटों के दौरान आसमान साफ बना रहेगा, लेकिन 12 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय हो जाएगा, जिसके प्रभाव से पर्वतीय इलाकों में हिमपात व मैदानी भागों में वर्षा के आसार हैं।