कोलकाता। मंगलवार को पूरे पश्चिम बंगाल में कालीपूजा का उत्सव मनाया गया। राज्य के हर इलाके में लोगों में एक अलग उत्साह और ख़ुशी देखने को मिली।
मंगलवार सुबह से हि दक्षिणेश्वर, आद्यापीठ, कालीघाट, तारापीठ और अन्यान्य मंदिरों में विशेष पूजा हुए। इस पूजा के लिए हर मंदिर में श्रद्धालुओं की एक बड़ी भीड़ देखने को मिली।
कई जगहों पर दुर्गापूजा की तरह पूजा समितियों ने बड़े-बड़े मंडपों में काली माँ की आराधना की। इसके साथ-साथ बुधवार को होने वाली दिवाली से पूरे राज्य में रोशनी फ़ैल गई है।
रास्ते और घरों के अलावा कई आफिसों में भी एलइडी लगाकर सजाया गया है। इसके साथ-साथ प्रदीप जलाकर अंधकार दूर करने की भी प्रथा कई जगह देखने को मिली।
हर आयु के बच्चे और बड़े-बूढ़े कालीपूजा और दिवाली के दिनों पर पटाखें फोड़ने के लिए पूरे वर्ष बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस वर्ष कालीपूजा के पहले पटाखों के बाजारों में भारी मात्रा में भीड़ देखने को मिली।
पूरी तरह से अगर देखा जाए तो बंगाल से अभी तक त्यौहार का माहौल नहीं गया है और इस हफ्ते की शुरुआत से ही लोगों में एकबार फिर वही उत्साह देखने को मिला है।
उल्लेखनीय है कि जहाँ एक तरफ पश्चिम बंगाल में कालीपूजा की धूम है, वहीँ बाकी के देशभर में बुधवार को होने वाली दिवाली की तैयारियां जोरों पर हैं।