कोटा। वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन द्वारा सातवें वेतन आयोग की मजदूर विरोधी सिफारिशों के विरोध में एनजेसीए के आव्हान पर सम्पूर्ण भारतीय रेलवे के जोनल मुख्यालयों एवं मंडलों पर 11 मार्च को रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस कड़ी में कोटा मंडल पर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के मंडल कार्यालय से रैली निकाली गई जो स्टेषन के मुख्य बाजारों से होती हुई मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के समक्ष विषाल आम सभा में परिवर्तित हो गई।
यूनियन के सहायक महामंत्री एस.के.भार्गव ने बताया कि सम्पूर्ण कोटा मंडल की तुगलकाबाद, भरतपुर, बयाना, गंगापुरसिटी, सवाईमाधोपुर, बांरा, बूंदी, शामगढ़, रामगंजमंडी व कोटा की सभी शाखाओं से आए लगभग 1000 पदाधिकारियों एवं रेलकर्मचारियों ने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
सभा को मुख्य रूप से मंडल अध्यक्षा चम्पा वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार के रेलकर्मचारियों के विरूद्ध लिए जा रहे निर्णय को वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन एवं उसका कैडर कभी बर्दाष्त नहीं करेगा।
उन्होने अपने संबोधन में भारत सरकार व कोटा मंडल के प्रषासन को चेतावनी देते हुए कहा कि रेलकर्मचारी एवं उनके परिवारों के हितों में किए जा रहे कुठाराघात पर तुरन्त प्रभाव रोक लगाई जाये अन्यथा रेलकर्मचारियों को मजबूर होकर बड़ा आन्दोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
यूनियन के कोषाध्यक्ष इरशाद खान ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार जो प्राईवेटाईजेशन की नीति रेलवे पर थोपने का काम कर रही है वह रेल एवं रेलकर्मचारी विरोधी है जिससे निश्चित तौर से रेलवे की सुरक्षा एवं संरक्षा को खतरा होगा।
सातवें वेतन आयोग की मजदूर विरोधी सिफारिशों में सरकार द्वारा संशोंधन नहीं किया गया तो एनजेसीए के आव्हान पर 9 जून को समस्त जोनल रेलवे मुख्यालयों पर रेलकर्मचारियेां के अनिश्चितकालीन रेल हड़ताल पर जाने हेतु नोटिस देने की कार्यवाही की जाएगी।