Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
छह स्टेशन ए-वन और 22 बनेंगे ए श्रेणी - Sabguru News
Home India City News छह स्टेशन ए-वन और 22 बनेंगे ए श्रेणी

छह स्टेशन ए-वन और 22 बनेंगे ए श्रेणी

0
छह स्टेशन ए-वन और 22 बनेंगे ए श्रेणी

1
मुंबई। निकट भविष्य में पश्चिम रेलवे के 28 चयनित स्टेशनों पर यात्री अत्याधुनिक रेस्टोरेन्ट में खाना खाने, विशेष लॉज रूम में आराम करने, मनोरंजक गतिविधियों में शामिल होने तथा अपने पसंदीदा ब्रांड की शॉपिंग करने का भरपूर मजा ले सकेंगे। छह स्टेशनों को ए-वन तथा 22 स्टेशनों को ए श्रेणी में पुनर्विकास करने की योजना बनाई है।
पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क विभाग के अनुसार पुनर्विकास के लिए पश्चिम रेलवे के ए-वन श्रेणी के अंतर्गत मुंबई सेंट्रल (मेन), बांद्रा टर्मिनस, सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद और राजकोट स्टेशन का पुनर्विकास करने कीयोजना है। ए श्रेणी में आणंद, अंकलेश्वर, भरूच, भावनगर टर्मिनस, चित्तौडगढ़़ जं., गांधीधाम, इंदौर, जामनगर, महेसाणा, नाडियाड, नागदा, नवसारी, न्यू भुज, पालनपुर, रतलाम, सुरेन्द्रनगर, उधना, उज्जैन, वलसाड, वापी, वेरावल और वीरमगाम स्टेशनों का चयन किया गया है। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में ‘जैसा है-जहाँ हैÓ की तर्ज़ पर पूरे देश के 400 से अधिक रेलवे स्टेशनों को पुन र्विकसित करने की योजना का अनुमोदन किया गया है। इसके इच्छुक पार्टियों से स्टेशन के डिज़ाइन एवं क्षेत्रीय रेलवे द्वारा रियल एस्टेट के वाणिज्यिक विकास की अनुमति से जुड़े बिजनेस आइडिया को इच्छुक पार्टियों को ए-वन तथा ए श्रेणी के स्टेशन के लिए खुली निविदा आमंत्रित कर पुनर्विकसित करने के लिए दिये जायेंगे। इन स्टेशनों को रियल एस्टेट के विकास के ज़रिये उन्नत बनाया जायेगा तथा स्टेशन के आसपास के एयर स्पेस को विकसित किया जायेगा। इस अनुमोदन से रेल मंत्रालय के ए-वन तथा ए श्रेणी स्टेशनों को पुनर्विकसित करने के कार्य में शीघ्रता आयेगी। इन श्रेणियों के स्टेशनों में मुख्यत: देश भर के मेट्रो, प्रमुख शहर, धार्मिक केन्द्र और महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल शामिल हैं। इससे रेलवे को बिना किसी व्यय के इच्छुक पार्टियों से अनोखे आइडिया प्राप्त करने में मदद मिलेगी। कुछ चयनित स्टेशनों का पुनर्विकास इंडियन स्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरएसडीसी) के माध्यम से किया जायेगा।