कैल्शियम की कमी होने के कारण हमारे हमारी हड्डीयां कमजोर होती जिससे हमें काफी परेशानी आती हैं, फिर हम इसके लिए गोलियां लेते हैं पर आपने कभी सोचा की अगर अधिक मात्रा में गोलियां लेना भी नुकसान दायक साबित हो सकता हैं। एक शोध से पता चला है कि अधिक गोलियां लेने से दिल के दौरे का खतरा हो सकता है। अमेरिका के उटाह में इंटरमाउंटेन मेडिकल सेंटर ऑफ हार्ट इंस्टीट्यूट की ब्रेंट मुहलेस्टीन का कहना है कि ज्यादा मात्रा में कैल्शियम का सेवन खतरे को नहीं, दिल की बीमारी को आमंत्रण देने जैसा है।
उन्होंने बताया कि कैल्शियम की अधिकता से ऐथिरोस्कलेरोसिस की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। रक्त प्रवाही धमनियों में रप्चर बनने लगता है, जो धमनी की दीवारों को कमजोर और सख्त कर देता है। ऐसी स्थिति में ज्यादा कैल्शियम का कोरोनरी धमनियों में जाना नुकसानदेह बन सकता है।
मुहलेस्टीन का कहना है कि पहले हम लिपिड-लेडेन सॉफ्ट प्लेक को रप्चर का प्रमुख कारण मानते थे, जो दिल का दौरा पड़ने का प्रमुख कारण है। लेकिन हम नए शोध के निष्कर्ष के आधार पर कह सकते हैं कि ज्यादा कैल्शियम प्लेक हृदय संबंधी कारणों का प्रमुख लक्षण हो सकता है।
शोध के निष्कर्ष के मुताबिक, कम कैल्शियम लेने से उच्च कोलेस्ट्रॉल में भी दिल के दौरे का खतरा नहीं रहेगा और दिल के मरीजों को स्टैटिन चिकित्सा की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
कैल्शियम के प्रभाव के अध्ययन के लिए टीम ने कम्प्यूटराइज्ड टोमोग्राफी कोरोनरी एंजियोग्राफी के द्वारा कोरोनरी आर्टरी प्लेक का मूल्यांकन किया। शोध के क्रम में दिल के कुछ मरीजों पर लगभग सात वर्ष तक अध्ययन किया गया।
शोध की रिपोर्ट वाशिंगटन डीसी स्थित अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के साइंटिफिक सेशन में पेश की जाएगी।
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