नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को सभापति एम.वेकैंया नायडू ने स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा से ई-सिगरेट के बारे में पूछा, जिससे पूरा वातावरण हंसी से गूंज उठा। राज्यसभा के सभापति नायडू ने यह सवाल एक सदस्य द्वारा स्वास्थ्य मंत्री से ई-सिगरेट के स्वास्थ्य संबंधी जोखिम के बारे में पूछे जाने के बाद प्रश्न काल के दौरान किया।
नायडू ने इसे उत्सुकता पूर्वक पूछा, जिससे सांसद व मीडिया के लोग हंस पड़े। नायडू ने कहा कि पूरक प्रश्न खत्म हो गए हैं। लेकिन मैं मंत्री से सदस्यों व देश के सामान्य ज्ञान के लिए पूछना चाहता हूं कि ई-सिगरेट क्या है।
नड्डा ने बताया कि ई-सिगरेट एक तरह का उपकरण है, जिसमें निकोटिन कैप्सूल को डालकर गर्म करने पर निकोटिन की वाष्प पैदा होती है। धूम्रपान करने वाले इसकी भाप को लेते हैं।
नड्डा ने कहा कि इसमें तंबाकू नहीं होता, लेकिन निकोटिन होता है। धूम्रपान करने वाला व्यक्ति इसकी वाष्प को लेता है।
इससे पहले एक प्रश्न के जवाब में नड्डा ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्य सरकारों को इलेक्ट्रॉनिक धूम्रपान को लेकर कोई सलाह नहीं जारी किया है।
उन्होंने कहा कि हमने मामले के कई पहलुओं के अध्ययन के लिए तीन उपसमूह बनाए हैं। उपसमूह ने अपनी रपट जमा कर दी है और मंत्रालय इस पर विचार कर रहा है। कई देशों में ई-सिगरेट पर प्रतिबंध है और हम इसके कानूनी पहलुओं का अध्ययन कर रहे हैं।