सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही मंे गरबा आयोजकों में मायूसी का माहौल है। ऐसा नहीं है कि गरबा आयोजन की तैयारियों में कोई कमी रखी और न ही गरबा पांडालों में जाने वाले लोगों की कमी है, लेकिन खेलेये और आयोजक पिछले तीन दिनों से शाम से रात तक हो रही बारिश से परेशान हैं। अब आयोजक और खेलैये दोनों ही साल भर में आने वाले इस त्योहार को मनाने को लेकर मां अम्बे से बारिश का थामने की मन्नत मांग रहे हैं।
सिरोही में अधिकांश गरबे खुले में होते हैं। खुले पांडालों के बीच में रखी अम्बे माता की मूर्ति, जलते दिये और चारों तरफ गोलाई में बंधी हुई रस्सियों के बीच गोलाकार में खेलैये गरबा करते हैं। इस बार तीन से हो रही बारिश में ने इन खुले पांडालों में पानी भर दिया है। बारिश शाम तक होवे तो चल जाए, लेकिन दो दिनों से तो गरबे के समय पर भी बारिश जारी रही है। बुधवार को भी बारिश जारी रही। इससे दुर्घटनाओं की आशंका से साउंड सिस्टम नहीं चल पा रहे हैं और न ही लाइटें जला पा रहे हैं।
सिरोही नगर परिषद क्षेत्र में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर गरबा पांडाल सजे हैं। इनमें रामझरोखा, मातरमाता और संतोषी माता गरबा स्थल प्रमुख हैं। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी काॅलोनी, पुलिस लाइन, कोठारी पोल, हाउसिंग बोर्ड, आदर्श नगर समेत कई स्थानों पर गरबा पांडाल सजे हैं।
-जैसे-तैसे तैयारियों में जुटे
रामझरोखा में रात आठ बजे गरबा आयोजन से पूर्व जगदम्बा नवयुवक मंडल के सदस्य पहुंच गए। बारिश से बचाने के लिए साउण्ड सिस्टम, माताजी की मूर्ति को बडे-बडे तिरपालों से ढका गया है। गरबा पाण्डालों में पानी भराव होने से वहां पर बजरी बिछाकर गरबे करवाने की व्यवस्था की जा रही थी। एहतियातन बडी लाइटें नहीं जलाई गई। पुलिस लाइन, भाटकड़ा, मातरमाता, संतोषी माता गरबा स्थल पर आयोजक इसी तरह जद्दो जहद कर रहे थे।